आग पेड़ों का सबसे बड़ा दुश्मन है l किन्तु सहायक भी l विशेषज्ञों के अनुसार बार-बार लगने वाले छोटे आग धरती पर की सूखी पत्तियों और सूखी डालियों को जलाकर धरती को साफ़ करती हैं और पेड़ों को नष्ट नहीं करती l बची राख बीजों के उगने के लिए आदर्श है l  आश्चर्यजनक रूप से, छोटी आग पेड़ों के स्वस्थ्य विकास हेतु अनिवार्य है l

उसी प्रकार, परीक्षाएँ-बाइबिल में अग्नि के रूप में चित्रित-हमारे आत्मिक स्वास्थ्य विकास के लिए अनिवार्य हैं (1 पतरस 1:7; 4:12) l याकूब ने लिखा, “हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो, तो इसको पूरे आनंद की बात समझो, यह जानकार कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है l पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ, और तुम में किसी बात की घटी न रहे” (याकूब 1:2-4) l

क्या परीक्षा के मौसम में परमेश्वर के उद्देश्य अक्सर पहचाने जाते हैं, क्योंकि आत्मिक परिपक्वता के लिए वह स्थिति अनुकूल होती है l विकास केवल हमें जीने हेतु सज्जित ही नहीं करती है, किन्तु यीशु को संसार के समक्ष जिसे उसकी अनिवार्य ज़रूरत है और अधिक प्रतिबिंबित करने के योग्य बनाती है l

हमारे पिता के हाथों में, हमारी परीक्षाएँ उसकी भलाई और महिमा के लिए उसके उद्देश्य की पूर्ति कर सकती हैं l वे हमें उसके पुत्र समान बना सकती हैं l