एक दिन समुद्र के निकट, मैंने कुछ लोगों को विशेष प्रकार के पटरे पर खड़े होकर समुद्र की लहरों से खेलते हुए देखा जो हवा के दबाव से पानी पर तैर रहे थे l एक से मैंने उसके अनुभव के विषय पूछा कि वह अनुभव कठिन तो नहीं था जैसा दिखाई देता था l उसने कहा, “नहीं, सामान्य तौर पर पटरे पर फिसलना सरल है क्योंकि आप हवा की शक्ति को नियंत्रित कर लेते हैं l”
बाद में समुद्र तट के निकट टहलते समय, पटरे को चलाने के लिए ही नहीं किन्तु मेरे बालों को मेरे चेहरे पर उड़ाने की शक्ति के विषय सोचकर, मैंने हमारे सृष्टिकर्ता पर विचार किया l जैसे हम पुराने नियम के आमोस की पुस्तक में देखते हैं, वह जो “पहाड़ों का बनानेवाला” है “भोर को अन्धकार” में बदल देता है (पद.13) l
इस नबी के द्वारा, प्रभु ने अपने लोगों को वापस अपने पास लौटाकर उन्हें अपनी सामर्थ्य के विषय याद दिलाया l इसलिए कि उन्होंने उसकी आज्ञाएँ नहीं मानी थी, उसने कहा कि वह उन पर खुद को प्रगट करेगा (पद.13) l यद्यपि हम यहाँ पर उसके न्याय को देखते हैं, हम बाइबिल में अन्यत्र उसके बलिदानी प्रेम को भी देखते हैं जब उसने हमें बचाने के लिए अपने पुत्र को भेजा (देखें यूहन्ना 3:16) l
दक्षिण इंग्लैंड में इस दिन हवा की शक्ति ने मुझे प्रभु की कोरी विशालता याद दिलायी l जब आप हवा को महसूस करें, क्यों न रुककर सर्वसामर्थी परमेश्वर पर विचार करें?
परमेश्वर ने अपने प्रेम द्वारा संसार की सृष्टि की l उसकी स्तुति हो!