पुरातत्वविद डॉ. वॉरविक रॉडवेल सेवानिवृत्त होने की तैयारी कर रहे थे जब उन्होंने इंग्लैंड में  लिचफील्ड कैथेड्रल(प्रधान गिरजाघर) में एक असाधारण खोज की l जब निर्माता एक खींचने योग्य आधार बनाने का प्रयास करते समय सावधानीपूर्वक चर्च इमारत के फर्श के एक हिस्से की खुदाई कर रहे थे, उनको महादूत जिब्राएल की एक प्रतिमा मिली, जो 1,200 वर्ष पुरानी मानी जाती है l डॉ. रॉडवेल की सेवानिवृत्ति योजना रोक दी गयी क्योंकि उनकी खोज ने उनको एक रोमांचक और व्यस्त नए अवधि में पहुँचा दिया l

मूसा अस्सी वर्ष का था जब उसने एक अग्निमय खोज की जो उसके जीवन को हमेशा के लिए बदल देने वाला था l एक मिस्री राजकुमारी का दत्तक पुत्र होने के बावजूद, वह अपने इब्री वंशावली को कभी नहीं भूला और अपने नातेदार के विरुद्ध अन्याय को देखकर क्रोधित हुआ (निर्गमन 2:11-12) l जब फिरौन को पता चला कि मूसा ने एक मिस्री की हत्या कर दी है जो एक इब्री को मार रहा है, उसने उसे घात करने की योजना बनायी, जिसके कारण मूसा मिद्यान देश में भाग कर वहाँ रहने लगा (पद.13-15) l 

चालीस साल बाद, जब मूसा अस्सी वर्ष का हो गया, वह अपने ससुर की भेड़-बकरियाँ चराने लगा तब “परमेश्वर के दूत ने एक कटीली झाड़ी के बीच आग की लौ में उसको दर्शन दिया; और उसने दृष्टि उठाकर देखा कि झाड़ी जल रही है, पर भस्म नहीं होती” (3:2) l उस क्षण, परमेश्वर ने मूसा को इस्राएलियों को मिस्री दासत्व से निकालने में अगुवाई करने के लिए बुलाया (पद.3-25) l

आपके जीवन के इस क्षण में, परमेश्वर आपको अपने बड़े उद्देश्य के लिए क्या करने के लिए बुला रहा है? उसने आपके मार्ग में कौन सी नयी योजनाएं रखीं है?