जुलाई 18, 1983 को, एक अमरीकी एयर फ़ोर्स कप्तान न्यू मेक्सिको के एबुकर्की से लापता हो गया, जिसका सुराग नहीं मिला l पैतीस वर्षों के बाद, वह अधिकारियों को कैलिफोर्निया में मिला l न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार बताता है कि, वह “अपने काम से निराश होकर,” यूँ ही भाग गया था l
परन्तु मुझे भी स्वीकार करना होगा, मैं भी कुछ-कुछ “बचने की स्थिति” के विषय जानता हूँ l नहीं, मैंने अचानक से शारीरिक रूप से कभी भी अपने जीवन में बचने की कोशिश नहीं की है l परन्तु कभी-कभी मुझे ज्ञात है कि कुछ है जो परमेश्वर चाहता है कि मैं करूँ, कुछ जिसका मैं सामना करूँ या अंगीकार करूँ l मैं उसे करना नहीं चाहता l और इसलिए, मैं भी अपने तरीके से बचना चाहता हूँ l
योना नबी, वस्तुतः नीनवे नगर में परमेश्वर के प्रचार करने के निदेश से बचने के लिए बदनाम है (देखें योना 1:1-3) l परन्तु, वास्तव में, वह परमेश्वर से आगे नहीं निकल सकता था l शायद आपने सुना होगा कि क्या हुआ (पद.4,17) : एक आंधी l एक महामच्छ l निगला जाना l और उस प्राणी के पेट में, हिसाब-किताब, जिसमें योना ने अपने कार्यो का सामना किया और परमेश्वर से सहायता मांगी (2:2) l
योना एक सिद्ध नबी नहीं था l परन्तु में उसकी अद्भुत कहानी में आराम पाता हूँ, क्योंकि, योना के ढिठाई के बावजूद, परमेश्वर ने उसे अपने से दूर जाने नहीं दिया l प्रभु ने फिर भी उस मनुष्य की हताश प्रार्थना सुन ली, अपने अनिच्छुक सेवक को अनुग्रह से पुनर्स्थापित कर दिया (पद.2) – जैसा वह हमारे साथ करता हैं l
हे प्रभु, जब जीवन कठिन प्रतीत हो, मैं केवल बचना चाहता हूँ l सहायता प्राप्त करने के लिए आपको पुकारने में मेरी मदद करें, यह जानते हुए कि आप मेरी प्रार्थना सुनते हैं, हर समय, हर स्थिति में l