मुझे एक विश्वविख्यात पियानोवादक से मुलाकात करने के लिए आमंत्रित किया गया l इसलिए कि संगीत में ही मेरी परवरिश हुयी – वायलिन और पियानो बजाना, और मुख्यतः चर्च और अन्य अवसरों के लिए एकल गीत गाना – मैं इस अवसर के लिए अति आनंदित था l  

जब मैं पियनो वादक से मिलने पहुँचा, मैंने पता चला कि वह अंग्रेजी कब बोलते थे; और मैं चकित हुआ जब उन्होंने मुझे बजाने के लिए सेलो दी l वायलिन के परिवार का एक वाद्ययंत्र जिसे मैंने कभी स्पर्श तक नहीं किया था l उन्होंने जिद्द की कि मैं सेलो बजाऊँ और वह मेरा साथ देंगे l मैंने कुछ एक सुर बजाते हुए, अपने वायलिन प्रशिक्षण की नकल उतारने की कोशिश की l अंततः स्वीकारते हुए कि मैं भटक गया हूँ, हम जुदा हुए l

मुझे होश आया कि वह परिदृश्य एक सपना था l परन्तु इसलिए कि मेरे सपने में उपस्थित संगीत पृष्ठभूमि वास्तविक थी, मेरे मन में ये शब्द देर तक रहे, तुमने उनको क्यों नहीं बताया कि तुम गा सकते हो?

परमेश्वर दूसरों के लिए हमारे स्वाभाविक गुणों और हमारे आत्मिक वरदानों को विकसित करने के लिए सज्जित करता है (1 कुरिन्थियों 12:7) l बाइबल के प्रार्थनामय पठन के द्वारा और दूसरों के बुद्धिमान सलाह से, हम आत्मिक वरदान (या वरदानों) को जो अद्वतीय रूप से हमारे हैं बेहतर समझ सकते हैं l प्रेरित पौलुस हमें स्मरण दिलाते हैं कि जो भी हमारे आत्मिक वरदान हैं, हमें समय निकलकर उन्हें खोजना है और उनका उपयोग करना है, यह जानते हुए कि आत्मा “जिसे जो चाहता है” उसे बाँट देता है (पद.11) l

आइए हम पवित्र आत्मा द्वारा हमें दी गयी “आवाजों” को परमेश्वर का आदर करने और यीशु में विश्वासियों की सेवा करने में उपयोग करें l