2015 में, एक महिला ने अपने मृत पति के कंप्यूटर को पुनर्चक्रण केंद्र(recycling center) में छोड़ आई – एक कंप्यूटर जो 1976 में बनाया गया था l लेकिन जब इसे बनाया गया था, तो इससे भी अधिक महत्वपूर्ण था कि इसे किसने बनाया था l यह एप्पल(Apple) संस्थापक स्टीव जॉब्स द्वारा बनाए गए 200 कंप्यूटर्स में से एक था, और यह चौथाई मिलियन डॉलर अनुमानित कीमत का था! कभी-कभी किसी चीज की असली कीमत जानने का मतलब होता है बनानेवाले को जानना l
यह जानते हुए कि परमेश्वर ही है जिसने हमें बनाया है हमें बताता है कि हम उसके लिए कितने मूल्यवान हैं (उत्पत्ति 1:27) l भजन 136 उसके लोगों अर्थात् प्राचीन इस्राएल के प्रमुख क्षणों को सूचीबद्ध करता है : किस तरह वे मिस्र के दासत्व से छुडाए गए थे (पद.11-12), जंगल से गुज़रे थे (पद.16), और उनको कनान में नया घर मिला था (पद.21-22) l परन्तु हर बार जब इस्राएल के इतिहास का उल्लेख किया जाता है उसके साथ इन शब्दों को दोहराया गया है : “उसकी करुणा सदा की है l” इन शब्दों का दोहराया जाना इस्राएल के लोगों को स्मरण दिलाना था कि उनके अनुभव मात्र निरुद्देश्य ऐतिहासिक क्षण नहीं थे l प्रत्येक क्षण परमेश्वर द्वारा निर्धारित था और उसके द्वारा बनाए गए लोगों के लिए उसके स्थायी प्रेम का प्रतिबिम्ब था l
बहुत बार, मैं ऐसे क्षणों को यूँ ही निकल जाने की अनुमति देता हूँ जो परमेश्वर को कार्य करते हुए और उसके उदार तरीकों को दर्शाते हैं, और पहचानने में विफल होता हूँ कि हर एक उत्तम दान स्वर्गिक पिता की ओर से मिलता है (याकूब 1:17) जिसने मुझे बनाया और मुझे प्यार करता है l काश आप और मैं अपने जीवनों में हर आशीष को अपने परमेश्वर के स्थायी प्रेम से जोड़ना सीख जाएँ l
स्वर्गिक पिता, कृपया आपकी ओर से, और केवल आपकी ही ओर से मिली हर एक आशीष को मैं पहचान सकूँ और मुझे एक भी आशीष को नज़रंदाज़ न करने की अनुमति दें l