एक उदार मित्र ने हमारे बच्चों की देखभाल करने की पेशकश कि ताकि मैं और मेरी पत्नी डेट(date) पर जा सकें l “तुम दोनों को कहीं अनोखे पर स्थान जाना चाहिए l” वह यकायक बोल पड़ी l व्यवहारिक लोग होने के कारण, डेट पर जाने के बदले हमने किराने की खरीदारी करने का फैसला किया l जब हम अपने हाथों में किराने की थैलियाँ लेकर लौटे, हमारे मित्र ने पूछा कि हमने कुछ ख़ास क्यों नहीं किया l हमने उससे बोला कि जो कुछ आप करते हैं की तुलना में आप किसके साथ हैं डेट को विशेष बनाता है l

बाइबल की कुछ पुस्तकों में से रूत की पुस्तक जो परमेश्वर को सीधे तौर पर कुछ बोलते हुए अथवा उसे कुछ करते हुए अंकित नहीं करती, बहुत साधारण दिखाई दे सकती है l तो कुछ लोग इसे मर्मस्पर्शी पुस्तक के रूप में परन्तु मुख्य रूप से दो लोगों के एक सम्बन्ध में जुड़ने के मानवीय नाटक के रूप में पढ़ते हैं l

लेकिन वास्तव में, कुछ असाधारण हो रहा है l रूत के अंतिम अध्याय में, हम पढ़ते हैं कि रूत और बोअज़ के सम्बन्ध से एक पुत्र जन्म लेता है जिसका नाम ओबेद है, जो दाऊद का दादा है (4:17) l और जैसा कि हम मत्ती 1:1 में पढ़ते हैं, यह दाऊद के परिवार से है कि यीशु का जन्म हुआ था l यह यीशु है रूत और बोअज़ की साधारण कहानी का खुलासा करता है और परमेश्वर की अद्भुत योजनाओं और होते हुए उसके कार्य के उद्दश्यों को प्रगट करता है l

इसलिए अक्सर हम अपने जीवनों को उसी तरह से देखते हैं : जैसे कोई साधारण और विशेष उद्देश्य के बिना l लेकिन जब हम मसीह के द्वारा अपने जुवान को देखते हैं, तो वह सबसे साधारण स्थितियों और संबंधों को भी शाश्वत महत्त्व देता है l