अपने धर्मोपदेश लेखन के दिनों में मैंने कई रविवार की सुबह खुद को एक महत्वहीन क्रीमी की तरह महसूस किया l उससे पहले के सप्ताह में, मैं एक सर्वोत्तम पति, पिता, या मित्र नहीं था l  मुझे लगा कि इससे पहले कि परमेश्वर मुझे फिर से इस्तेमाल करे मुझे सही जीवन जीने का ट्रैक रिकॉर्ड(पिछली उपलब्द्धियाँ) स्थापित करना होगा l इसलिए मैं धर्मोपदेश द्वारा सबसे अच्छा करने की प्रतिज्ञा की और मैं आने वाले सप्ताह को बेहतर ढंग से जीने की कोशिश की l

यह सही दृष्टिकोण नहीं था l गलातियों 3 में यह कहा गया है कि परमेश्वर लगातार हमें अपनी आत्मा देता है और एक मुफ्त उपहार के रूप में हमारे द्वारा शक्तिशाली रूप से काम करता है – इसलिए नहीं कि हमने कुछ किया है या इसके लायक हैं l

अब्राहम का जीवन इसे दर्शाता है l कई बार वह एक पति के रूप में असफल रहा l उदाहरण के लिए, उसने दो बार खुद को बचाने के लिए झूठ बोलकर सारा का जीवन खतरे में डाल दिया (उत्पत्ति 12:10-20; 20:1–18) l फिर भी उसका विश्वास “धार्मिकता गिनी गई ” (गलातियों 3:6) l अब्राहम ने अपनी असफलताओं के बावजूद खुद को परमेश्वर के हाथों में डाल दिया, और परमेश्वर ने उसके वंश के द्वारा संसार में उद्धार लाने के लिए उसका उपयोग किया l

बुरा बर्ताव करने का कोई औचित्य नहीं है l यीशु ने हमें आज्ञाकारिता में उसका अनुसरण करने को कहा है, और वह ऐसा करने के लिए साधन देता है l एक कठोर, पश्चाताप नहीं किया हुआ हृदय हमारे लिए उसके उद्देश्यों को हमेशा बाधित करेगा, लेकिन हमें इस्तेमाल करने की उसकी क्षमता अच्छे व्यवहार के लंबे नमूने पर निर्भर नहीं करती है l यह पूरी तरह से हमारे द्वारा काम करने की परमेश्वर की इच्छा पर आधारित है जैसे हम हैं : अनुग्रह से बचाए हुए और अनुग्रह द्वारा उन्नति करते हुए l आपको उसके अनुग्रह के लिए मेहनत नहीं करनी होगी – यह मुफ्त है l