स्थानीय हाई स्कूल खेल कार्यक्रम में, टेड सबसे बड़ा और सबसे ऊंची आवाज़ वाला व्यक्ति था l इससे पहले कि एक अपक्षयी (degenerative)स्थिति उस पर प्रबल हो, वह छह फीट छह इंच लंबा और 100 किलोग्राम से अधिक वजन का था l स्कूल में टेड की भीड़ को उत्तेजित करने वाला शोर प्रसिद्ध था l
लेकिन टेड की अपने समुदाय में सिर्फ हर्षध्वनि (cheer-leading) के लिए प्रतिष्ठित नहीं था l न ही वह शराब की लत के लिए था जो उसने कम उम्र के व्यक्ति के रूप में अनुभव किया था l नहीं, उसे परमेश्वर और परिवार के प्रति प्रेम, उसकी उदारता और दया के लिए याद किया जाएगा l चार घंटे की “घर-वापसी(home-going) कार्यक्रम” जिसने उसके जीवन का जश्न मनाया, व्यक्ति के बाद व्यक्ति यीशु के सुसमाचार द्वारा अंधेरे से बचाए गए एक व्यक्ति की मसीह की समानता के जीवंत तरीकों के बारे में गवाही देने के लिए आगे आए l
इफिसियों 5:8 में, पौलुस ने विश्वासियों को याद दिलाया कि वे “पहले अंधकार थे” लेकिन जल्दी से ध्यान दिया, “अब प्रभु में ज्योति हो, अतः ज्योति की संतान के समान चलो l”
यीशु में हर विश्वासी के लिए ऐसी ही बुलाहट है l टेड की तरह ज्योति के संतानों के पास इस दुनिया के अंधेरे में संलग्न लोगों के समक्ष पेश करने के लिए बहुत कुछ है l “अंधकार के निष्फल काम” से बचना है (देखें. 3-4, 11) l हमारे समुदायों और दुनिया भर में उन लोगों को उन लोगों की प्रतिभाशाली, विशेष साक्षी की आवश्यकता है जिन पर यीशु की ज्योति चमकी है (पद.14) l कितना विशेष? जैसे प्रकाश अंधकार से अलग है l