आशीषमय पश्चाताप
“दिवालिया ”(BROKE) उस सड़क का नाम था” ग्रेडी ने उत्तर दिया था, और वे पांच अक्षर उसके लाइसेंस प्लेट पर गर्व से चमक रहे थे l हालाँकि आत्मिक भाव के इरादे से नहीं, यह मुँह बोला नाम अधेड़ उम्र के जुआरी, व्यभिचारी और धोखेबाज के लिए उपयुक्त है l वह टूट गया था, दिवालिया हो गया था, और परमेश्वर से दूर था l हालाँकि, एक शाम वह सब बदल गया जब उसे एक होटल के कमरे में परमेश्वर की आत्मा द्वारा दोषी ठहराया गया l उसने अपनी पत्नी से कहा, : “मुझे लगता है की मुझे उद्धार मिल रहा है!” उस शाम वह यीशु के पास क्षमा के लिए आया उसने अपने पापों को स्वीकार किया, जिसके विषय में उसने सोचा था कि वह उन्हें अपने साथ कब्र में ले जाएगाl अगले तीस वर्षों तक जिस व्यक्ति ने यह नहीं सोचा था कि वह स्वयं चालीस की उम्र देखने तक जीवित रहेगा उसने जीवित रहकर यीशु में परिवर्तित विश्वासी के रूप में परमेश्वर की सेवा की l उसकी लाइसेंस प्लेट अब—“दिवालिया”(BROKE) से “पश्चाताप” (REPENT)—में बदल गया थीl
REPENT(पश्चाताप) l यही तो ग्रेडी ने किया था और होशे 14:1-2 में परमेश्वर ने इस्राएल से यही करने को बुलाया था l “हे इस्राएल, अपने परमेश्वर यहोवा के पास लौट आ . . . बातें सीखकर और यहोवा की ओर लौटकर, उससे कह, ‘सब अधर्म दूर कर; अनुग्रह से हम को ग्रहण कर’ l” बड़े या छोटे, कम या अधिक, हमारे पाप हमें परमेश्वर से अलग कर देते हैं l लेकिन पाप से परमेश्वर की ओर मुड़ने और यीशु की मृत्यु के माध्यम से अनुग्रहपूर्वक प्रदान की गयी क्षमा को प्राप्त करने से यह फासला खत्म किया जा सकता है l चाहे आप मसीह में एक संघर्षरत विश्वासी हों या फिर जिसका जीवन ग्रेडी की तरह दिखाई देता हो, आपकी क्षमा केवल एक प्रार्थना की दूरी पर है l
स्थायी आशा
डॉक्टरों ने चार वर्षीय सोलोमन का ड्यूकेन मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी (Duchenne Muscular Dystrophy) मांशपेशियों का कमज़ोर व पतली होने की बीमारी के साथ निदान किया l एक साल बाद, डॉक्टरों ने परिवार के साथ व्हीलचेयर के सम्बन्ध में चर्चा की l लेकिन सोलोमन ने विरोध किया कि उसे इसकी ज़रूरत नही पड़ेगी l परिवार और मित्रों ने उसके लिए प्रार्थना की और एक पेशवर प्रशिक्षित सेवा कुत्ते (प्रोफेशनलली ट्रेन्ड सर्विस डॉग/ professionally trained service dog) के लिए धन जुटाया ताकि यथासंभव लम्बे समय तक सोलोमन को व्हीलचेयर से बाहर रखने में सहायता मिल सके l टेल्स of लाइफ(Tails of Life) संगठन, जिसने मेरे कुत्ते कैली को प्रशिक्षित किया था वर्तमान में एक और कुत्ते को सोलोमन की सेवा करने के लिए तैयार कर रहा है l
यद्यपि सोलोमन अपने इलाज को स्वीकार करता है, अक्सर परमेश्वर की प्रशंसा में एक गीत गाता है, कुछ दिन कठिन भी होते हैं l उन कठिन दिनों में से एक में, सोलोमन ने अपनी माँ को गले लगाकर बोला, “मुझे ख़ुशी है कि स्वर्ग में कोई ड्यूकेन बीमारी नहीं है l”
बीमारी के अपक्षयी प्रभाव अनंतकाल के इस पक्ष के सभी लोगों को प्रभावित करते हैं l लेकिन, सोलोमन की तरह, हमारे पास एक स्थायी आशा है जो उन अपरिहार्य कठिन दिनों में हमारे संकल्प को मजबूत कर सकती है l परमेश्वर हमें “नया आकाश और नयी पृथ्वी” की प्रतिज्ञा देता है (प्रकाशितवाक्य 21:1) l हमारा सृष्टिकर्ता हमारे साथ अपना घर बनाकर हमारे बीच में “निवास” करेगा (पद.3) l वह हमारी आँखों से “सब आँसू पोंछ डालेगा; और इसके बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी” (पद.4) l जब प्रतीक्षा “बहुत कठिन” या “बहुत लम्बी” लगती हो हम शांति का अनुभव कर सकते हैं क्यंकि परमेश्वर की प्रतिज्ञा पूरी होगी l
आशा और लालसा
जब मैं इंग्लैंड में रहने लगी, तो नवम्बर के महीने में थैंक्सगिविंग (Thanksgiving day/कृतज्ञता दिवस) का अमरीकी अवकाश सप्ताह का एक और गुरुवार के समान बन गया l बहरहाल,मैंने सप्ताह के अंत में एक दावत आयोजित की थी क्योंकि मैं उस दिन परिवार और दोस्तों के साथ रहना चाहती थी l हालांकि मैं समझ थी कि मेरी अभिलाषा अनोखी नहीं थी l हम सभी विशेष अवसरों और छुट्टियों पर अपने प्रिय लोगों के साथ रहना चाहते हैं l और जब हम जश्न मना रहे होते हैं, तब भी हम किसी ऐसे व्यक्ति को याद कर सकते हैं जो हमारे साथ नहीं है या हम प्रार्थना करते हैं कि हमारा खंडित परिवार शांति से रहे l
ऐसे समय के दौरान, प्रार्थना करने और बाइबल की बुद्धि पर मनन करने से मुझे मदद मिली है, जिसमें राजा सुलेमान का एक नीतिवचन भी शामिल है : “जब आशा पूरी होने में विलम्ब होता है, तो मन शिथिल होता है, परन्तु जब लालसा पूरी होती है, तब जीवन का वृक्ष लगता है” (नीतिवचन 13:12) l इस नीतिवचन में, सुलेमान अपने ज्ञान को सपष्टता से साझा करते हुए टिप्पणी करता है कि “आशा टलने” से हो सकता है: किसी चीज़ में बहुत अधिक विलम्ब होने के कारण अत्यधिक घबराहट और पीड़ा हो सकती है l लेकिन जब इच्छा पूरी हो जाती है, तो यह जीवन के वृक्ष की तरह होती है—कुछ ऐसा जो हमें तरोताज़ा और नए सिरे से महसूस करने की अनुमति देता है l
हो सकता है कि हमारी कुछ आशाएं और इच्छाएँ तुरंत पूरी न हों, और कुछ हमारे मरने के बाद परमेश्वर द्वारा पूरी होंगी l हमारी जो भी अभिलाषा हो, हम परमेश्वर पर भरोसा कर सकते हैं, यह जानते हुए कि वह हमसे असीम प्रेम करता है l और,एक दिन, जब हम अपने प्रियजनों के साथ फिर से मिल जाएंगे तब हम उसके साथ भोज करते हुए उसे धन्यवाद दे सकते हैI (देखें प्रकाशितवाक्य 19:6-9)
अपनी असुरक्षाओं पर काबू पाना सीखना
मैं हमेशा असुरक्षा से जूझती रही हूं। एक बच्चे के रूप में, मैं ऐसे माहौल में बड़ी हुई जिसने मुझे सिखाया कि गलतियों को हर कीमत पर रोका जा सकता है और रोका जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है, तो यह मेरी गलती होगी। इसलिए, मैंने हमेशा परिपूर्ण होने और सभी के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ संस्करण प्रस्तुत करने की आवश्यकता…
4 उन झूठ से लडना जब आप अकेला महसूस करते हैं
चाहे स्कूल या काम के लिए विदेश जाना हो, हाल ही में हुए टुटे रिश्तों से उबरना हो, अपने परिवार के साथ गलतफहमियों को झेलना हो, या बिना किसी पहचान योग्य कारण के हो - हम सभी ने अकेलेपन की परिचित, चिपचिपी समझ को महसूस किया है।
यह दिनों और हफ्तों तक खींच सकता है, और आसानी से निराशा और अस्वीकृती…
5 जब चिंता आती है तो याद रखें, वह सच्चाई
हम सभी किसी न किसी बिंदु पर चिंता से निपटते हैं, अंधेरे से डरने की मामूली चिंता से लेकर पूरी तरह से चिंता के हमले तक। जब चिंता आती है, तो हमारे लिए यह याद रखना कठिन हो सकता है कि हम परमेश्वर के बारे में क्या जानते हैं। हम अपनी तात्कालिक स्थितियों में इतने फंस जाते हैं कि पीछे…
मुझे खिन्नता (खिन्नता) है और यही मैं आपको बताना चाहती हूं
मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे खिन्नता (खिन्नताः होगा। ऐसा लग रहा था कि केवल अजनबियों के पास ही कुछ है। यहां तक कि जब मेरी एक करीबी दोस्त कुछ साल पहले खिन्नता से जूझ रही थी, तब भी मैं यह नहीं बता सकती थी कि वह किस दौर से गुजर रही है। मैंने इसे वास्तव में, कम अवधि…