एक कैदी “जेसन”कि पत्र ने मुझे और मेरी पत्नी को चकित कर दिया। हम विकलांग लोगों का सहायता के लिए पिल्लों को “पालते” हैं ताकि वे सर्विस डॉग बन सकें। ऐसा ही एक पिल्ला अगले प्रशिक्षण चरण के लिए पास हो गया, जिसे कैदियों द्वारा चलाया जाता था, जिन्हें कुत्तों को प्रशिक्षित करना सिखाया जाता था। जेसन का पत्र हमें उसके अतीत के लिए दुख व्यक्त किया, लेकिन फिर उसने कहा, “स्नीकर्स सत्रहवाँ कुत्ता है जिसे मैंने प्रशिक्षित किया है, और वह सबसे अच्छी है। जब मैं उसे अपनी ओर देखते हुए देखता हूं, तो मुझे ऐसा लगता है कि अनन्तः मैं कुछ सही कर रहा हूं।”

सिर्फ जेसन के पास ही पछतावा नहीं है। हम सबके पास है। यहूदा का राजा मनश्शे के पास बहुत था। दूसरा इतिहास 33 उसके कुछ अत्याचारों का रूपरेखा देता है: बुतपरस्त देवताओं के लिए यौन रूप से स्पष्ट वेदियों का निर्माण करना (पद 3), जादू टोना करना, और अपने बच्चों को बलि चढ़ाना (पद 6)। उसने पूरे देश को इस घिनौने रास्ते पर चलाया (पद 9)।

“यहोवा ने मनश्शे और उसकी प्रजा से बातें की, परन्तु उन्होंने कुछ ध्यान नहीं दिया” (पद 10)। आखिरकार, परमेश्वर ने उसका ध्यान आकर्षित किया। बेबीलोनियों ने आक्रमण किया, “… वे मनश्शे को नकेल डालकर, और पीतल की बेड़ियों से जकड़कर, उसे बाबेल को ले गए” (11)। इसके बाद, मनश्शे ने अनन्तः कुछ सही किया। “तब संकट में पड़कर वह अपने परमेश्‍वर यहोवा को मानने लगा, और अपने पूर्वजों के परमेश्‍वर के सामने बहुत दीन हुआ, और उससे प्रार्थना की” (पद 12)। परमेश्वर ने उसे सुना और राजा के रूप में पुनर्स्थापित किया। मनश्शे ने मूर्तिपूजक प्रथाओं को एक सच्चे परमेश्वर के आराधना में बदल दिया (पद. 15-16)।

क्या आपका पछतावा आपको भस्म करने का धमकी देता है? अभी भी बहुत देर नहीं हुआ है। परमेश्वर हमारे पश्चाताप के विनम्र प्रार्थना को सुनता है।