मेरी सुबह की सैर के दौरान, सूरज झील के पानी पर एक सही कोण पर टकराया जिससे एक आश्चर्यजनक दृश्य उत्पन्न हुआ। जैसे ही मैंने तस्वीर लेने के लिए अपना कैमरा ठीक किया, मैंने अपने दोस्त से रुककर मेरा इंतज़ार करने को कहा। सूर्य की स्थिति के कारण, मैं शॉट लेने से पहले अपने फोन की स्क्रीन पर तस्वीर नहीं देख सका। लेकिन पहले भी ऐसा किया था, इसलिए लगा कि यह एक बेहतरीन तस्वीर होगी। मैंने अपने दोस्त को कहा, “अभी हम इसे नहीं देख सकते, लेकिन इस तरह की तस्वीरें हमेशा अच्छी आती हैं।” 

इस जीवन में विश्वास के साथ चलना अक्सर उस तस्वीर को लेने जैसा होता है। आप हमेशा स्क्रीन पर विवरण नहीं देख सकते, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आश्चर्यजनक तस्वीर वहां नहीं है। आप हमेशा परमेश्वर को कार्य करते हुए नहीं देखते हैं, लेकिन आप भरोसा कर सकते हैं कि वह वहाँ है। जैसा कि इब्रानियों के लेखक ने लिखा,”अब विश्‍वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्‍चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है।”(11:1) विश्वास के द्वारा हम परमेश्वर पर अपना निश्‍चयता और प्रमाण रखते हैं— खासकर जब हम देख या समझ नहीं सकते कि वह क्या कर रहा है। विश्वास के साथ, न देखना हमें “शॉट लेने” से नहीं रोकता है। यह हमें और अधिक प्रार्थना करने और परमेश्वर का निर्देश प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर सकता है। हम यह जानकर भी भरोसा कर सकते हैं कि अतीत में क्या हुआ था जब अन्य लोग विश्वास से चले(पद 4-12)। साथ ही हमारी अपनी गवाही के माध्यम से भी। परमेश्वर ने पहले जो किया है, वह फिर से कर सकता है।