बॉब सालेम के पास अपने नाक से या यूँ कहें कि चेहरे पर चम्मच लगाकर मूंगफली को पाइक पीक(Pike Peak—एक पर्वत चोटी) तक धकेलने की स्पीड रिकॉर्ड है l उन्होंने पर्यटकों की रुकावट से बचने के लिए रात में काम करते हुए सात दिनों में यह उपलब्धि हासिल की l बॉब इस स्टंट/stunt को पूरा करने वाले चौथे व्यक्ति है, यानी तीन अन्य बेहद धैर्यवान लोगों ने इसे किया है l 

हम कह सकते हैं कि धैर्य की उनकी ज़रूरत स्वयं-प्रदत्त(self-inflicted) थी, लेकिन जीवन में अक्सर ऐसा नहीं होता है l यह आत्मा का फल है(गलातियों 5:22) और “सिद्ध . . . और किसी बात की घटी न होने वाले” बनने के लिए एक आवश्यक गुण है l जब आस-पास के सभी लोग पूरी तरह दहशत में हों तो धैर्यवान लोग स्थिर और शांत रहते हैं l वे चाहते हैं कि स्थिति अलग हो, लेकिन उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं है l वे बुद्धिमानी से कार्य करने के लिए ईश्वर पर भरोसा करते हुए मार्ग पर बने रहते हैं (पद.5) l 

धैर्य के साथ समस्या यह है कि इसे सीखने का केवल एक ही तरीका है l याकूब कहता है, “तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है”(पद.3) l इस तरह का जांच बड़े और छोटे तरीकों से होता है l मैं इसे एक हवाई अड्डे से लिख रहा हूँ l मेरी रात के 11.00 बजे की उड़ान में 2.00 बजे तक का विलम्ब हुआ, फिर उड़ान रद्द कर दी गयी l एक रात बिना सोए रहने के बाद, मैं कॉफ़ी पी रहा हूँ और उम्मीद कर रहा हूँ कि किसी समय इसे घर पर बनाऊंगा l मुझे हवाई अड्डे पर नींद भरा पूरा दिन बर्बाद करना पसंद नहीं है, लेकिन मेरा प्यारा पिता मुझे धैर्य रखना सिखा रहा है l 

मैं प्रार्थना करता हूँ कि आज का मेरा पाठ समाप्त हो जाए, लेकिन कौन जानता है? अगली उड़ान के लिए अतिरिक्त सूची की जांच करने का समय है l