प्रेम का एक महान कार्य
एक राष्ट्रीय जंगल में, एक फफूंद जो सामान्यतः हनी मशरूम(honey mushroom) नाम से जाना जाता है 2,200 एकड़ में फैले पेड़ों के जड़ों द्वारा फैलता है, जिससे यह अब तक का सबसे बड़ा जीवित जीव बन गया है l यह वन में दो सहस्त्राब्दी तक “जूते के फीते के समान अपने काले-काले तंतु बुनकर” बढ़ते पेड़ों को मारता रहा है l उसके जूते के फीतों के समान तंतु, जो “तंतुजटा (rhizomorphs),” कहलाते हैं मिटटी में दस फीट की गहराई तक जाते हैं l और यद्यपि यह जीव आश्चर्यजनक रूप से बड़ा है, यह एक अति सूक्ष्म बीजाणु(microscopic spore) से आरम्भ हुआ था!
बाइबल हमें अनाज्ञाकारिता के एकलौते कार्य के बारे में बताती है जो व्यापक दंडाज्ञा का कारण बना और आज्ञाकारिता का एकलौता कार्य जिसने उसे पलट दिया l प्रेरित पौलुस ने दो व्यक्तियों──आदम और यीशु──की परस्पर तुलना की (रोमियों 5:14-15) l आदम के पाप ने “सब मनुष्यों में” (पद.12) दंडाज्ञा और मृत्यु लाया l अनाज्ञाकारिता के एक कार्य के द्वारा, सब लोग पापी हो गए और परमेश्वर के सामने दोषी हुए (पद.17) l लेकिन उसके पास मानवता के पाप की समस्या से पेश आने के लिए उपाय था l क्रूस पर यीशु के धार्मिकता के कार्य के द्वारा, परमेश्वर अनंत जीवन और अपने सामने सही आधार प्रदान करता है l मसीह के प्रेम और आज्ञाकारिता का एक कार्य आदम की अनाज्ञाकारिता के एक कार्य पर विजय प्राप्त करने के लिए पर्याप्त था──जिसने “सब मनुष्यों [को] जीवन [दिया] (पद.18) l
क्रूस पर अपनी मृत्यु के द्वारा, यीशु हर किसी को अनंत जीवन देता है जो उसमें विश्वास करता है l यदि आपने उसकी क्षमा और उद्धार को स्वीकार नहीं किया है, आज आप ऐसा कर सकते हैं l यदि आप पहले से विश्वासी है, जो उसने अपने प्रेम के महान कार्य के द्वारा आपके लिए किया है उसकी प्रशंसा करें!
किसे आपकी सहायता चाहिए?
क्लिफोर्ड विलियम्स को एक हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी l मौत की कतार से उसने अपने खिलाफ सबूतों पर पुनर्विचार करने के लिए व्यर्थ ही कदम उठाए l प्रत्येक याचिका का खंडन किया गया──बयालीस साल तक l तब वकील शेली तिबडो ने उनके मामले की जानकारी ली l उसने पाया कि न केवल विलियम्स को दोषी ठहराने के लिए कोई सबूत था, बल्कि यह कि दूसरे व्यक्ति ने अपराध कबुल कर लिया था l छिहत्तर साल की उम्र में, विलियम्स को आखिरकार छोड़ दिया गया और रिहा कर दिया गया l
भविष्यवक्ता यिर्मयाह और उरिय्याह भी गहरे संकट में थे l उन्होंने यहूदा से कहा था कि परमेश्वर अपने लोगों का न्याय करने की प्रतिज्ञा की है यदि वे पश्चाताप नहीं करते हैं (यिर्मयाह 26:12-13, 20) l इस सन्देश ने यहूदा के लोगों और अधिकारियों को नाराज़ कर दिया, जिन्होंने दोनों नबियों को मारने के लिए तलाश की l उरियाह के साथ वे सफल हुए l वह मिस्र भाग गया, लेकिन राजा का सामना करने के लिए वापस लाया गया, जिसने उसे “तलवार से मरवा [दिया]” (पद.23) l उन्होंने यिर्मयाह को क्यों नहीं मारा? कुछ हद तक क्योंकि अहिकाम यिर्मयाह की सहायता करने लगा,” “और वह लोगों के वश में वध होने के लिए नहीं दिया गया” (पद.24) l
हम शायद किसी को मौत का सामना करते हुए नहीं जानते हैं, लेकिन हम शायद किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जो हमारे समर्थन का उपयोग कर सकता है l किसके अधिकारों को रौंदा जाता है? किसकी प्रतिभा को खारिज किया जाता है? किसकी आवाज नहीं सुनी जा रही है? तिबडो या अहिकाम की तरह बाहर निकलना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन यह इतना सही है l जब परमेश्वर हमारा मार्गदर्शन करता है किसको ज़रूरत है कि हम उनके साथ खड़े हो?
आशा में इंतज़ार
अंग्रेजी फिल्म हची : ए डॉग्स टेल(एक कुत्ते की कहानी) में, एक कॉलेज के प्रोफेसर ने हची नाम के एक आवारा कुत्ते के साथ दोस्ती की l कुत्ते ने प्रोफेसर के काम से लौटने के लिए प्रतिदिन ट्रेन स्टेशन पर प्रतीक्षा करके अपनी वफादारी व्यक्त की l एक दिन, प्रोफेसर को एक घातक दौरा पड़ा l हची ने ट्रेन स्टेशन पर घंटों इंतजार किया, और अगले दस वर्षों के लिए वह हर दिन लौटा - अपने प्यारे मालिक का इंतजार में l
लूका शमौन नाम के एक व्यक्ति की कहानी बताता है जो अपने स्वामी (लूका 2:25) के आने का धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहा था l पवित्र आत्मा ने शमौन को बताया कि वह तब तक मृत्यु को नहीं देखेगा जब तक कि वह मसीह(Messiah) को नहीं देख ले (पद.26) l परिणामस्वरूप, शमौन उस व्यक्ति की प्रतीक्षा करता रहा जो परमेश्वर के लोगों के लिए "उद्धार" प्रदान करेगा (पद.30) l जब मरियम और यूसुफ ने यीशु के साथ मंदिर में प्रवेश किया, तो पवित्र आत्मा शमौन को फुसफुसाया कि यह वही है! आखिरकार इंतजार खत्म हुआ! शमौन ने मसीह को अपनी बाहों में लिया – आशा, उद्धार, और सभी लोगों के लिए आराम (पद.28–32) l
यदि हम इंतज़ार के मौसम में खुद को पाते हैं, तो काश हम भविष्यवक्ता यशायाह के शब्दों को नए कानों से सुनें : “जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों के समान उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे” (यशायाह 40:31) l जब हम यीशु की वापसी का इंतजार कर रहे हैं, वह आशा और शक्ति प्रदान करता है जो हमें प्रत्येक नए दिन के लिए चाहिए l
सुबह की धुंध
एक सुबह मैं अपने घर के पास एक तालाब पर गयी l मैं एक पलटी हुई नाव पर बैठ गयी, सोचती हुई और एक कोमल पश्चिम हवा को पानी की सतह पर धुंध की एक परत का पीछा करते हुए देख रही थी । कोहरे की लड़ी चक्कर मार रहे थे और भँवर में घूम रहे थे l छोटे-छोटे "बवंडर" उठे और फिर खुद ही शांत हो गए l जल्द ही, बादलों के बीच से सूरज की रोशनी दिखाई दी और धुंध गायब हो गई ।
इस दृश्य ने मुझे सुकून दिया क्योंकि मैंने इसे एक पद के साथ जोड़ा जिसे मैंने अभी पढ़ा था : "मैंने तेरे अपराधों को काली घटा के समान और तेरे पापों को बादल के समान मिटा दिया है” (यशायाह 44:22) । मैं उन पापपूर्ण विचारों की एक श्रृंखला से खुद का ध्यान हटाने के लिए जिसमें मैं कई दिनों से फंसी हुई थी, उस स्थान पर गयी थी l हालाँकि मैं उन्हें कबूल कर रही थी, लेकिन मुझे आश्चर्य होने लगा कि क्या परमेश्वर मुझे माफ कर देगा जब मैंने उसी पाप को दोहराउंगी l
उस सुबह, मुझे पता था कि जवाब हां था । अपने भविष्यवक्ता यशायाह के माध्यम से, परमेश्वर ने इस्राएलियों पर अनुग्रह दिखाया जब वे मूर्ति पूजा की अविरत समस्या से जूझ रहे थे । यद्यपि उसने झूठे देवताओं का पीछा करना बंद करने के लिए कहा था, परमेश्वर ने खुद ही उन्हें वापस भी आमंत्रित किया, और कहा, “तू मेरा दास है, मैं ने तुझे रचा है . . . मैं तुझ को न भूलूंगा” (पद.21) l
मैं इस तरह क्षमा को पूरी तरह समझ नहीं सकती, लेकिन मैं समझती हूँ कि परमेश्वर का अनुग्रह ही एकमात्र ऐसी चीज है जो हमारे पाप को पूरी तरह से ख़त्म कर सकता है हमें उससे चंगा कर सकता है l मैं आभारी हूं कि उसका अनुग्रह उसी के समान अनंत और दिव्य है, जब भी हमें इसकी आवश्यकता होती है वह उपलब्ध है ।
फिर से मीठा
रूसी शादी के रीति-रिवाज सुंदरता और महत्व से भरे हुए हैं । ऐसा ही एक रिवाज स्वागत समारोह के दौरान होता है क्योंकि प्रबंधक जोड़े के सम्मान में मदिरा प्रस्तावित करता है । हर कोई अपने उठाए हुए गिलास से एक घूंट लेता है और फिर चिल्लाता है, “गोरको! गोरको!" मतलब “कड़वा! कड़वा!" जब मेहमान यह शब्द चिल्लाते हैं, नवविवाहित जोड़ा उठकर मदिरा को पुनः मीठा करने के लिये एक दूसरे को चुम्बन करते हैं l
यशायाह भविष्यवाणी करता है कि उजाड़, विध्वंस, और पृथ्वी पर अभिशाप (अध्याय 24) का कड़वा पेय एक नए स्वर्ग और नई पृथ्वी की प्यारी आशा को रास्ता देगा (अध्याय 25) । परमेश्वर स्वादिष्ट भोजन और बेहतरीन और मीठे पेय की दावत तैयार करेगा । यह सभी लोगों के लिए नित्य आशीर्वाद, परिपूर्णता और प्रबंध का भोज होगा (25:6) । अभी और है । धर्मी राजा के शासनकाल में, मौत समाप्त हो गया है, कड़वे आँसू पोंछे जा चुके हैं, और अपमान का कफन हटा दिया गया है (पद.7-8) । और उसके लोग आनन्दित होंगे क्योंकि जिस पर उन्होंने भरोसा किया था और जिसका इंतजार किया था वह उद्धार देगा और जीवन के कड़वे प्याले को फिर से मीठा कर देगा (पद.9) ।
एक दिन, हम मेमने के विवाह में यीशु के साथ होंगे l जब वह अपनी दुल्हन (कलीसिया) का घर में स्वागत करेगा, तो यशायाह 25 की प्रतिज्ञा पूरी होगी l जीवन जो एक समय कड़वा था एक बार फिर से मीठा बनाया जाएगा ।
वह हमें नहीं छोड़ेगा
जूलियो अमेरिका में जॉर्ज वाशिंगटन ब्रिज के पार साइकिल से जा रहा था – एक व्यस्त सड़क, जो न्यूयॉर्क शहर और न्यू जर्सी को जोड़ती है – जब उसे जीवन –या – मौत की स्थिति का सामना करना पड़ा l एक आदमी पुल के किनारे पर खड़ा नदी में कूदने की तैयारी कर रहा था l यह जानते हुए कि पुलिस समय पर नहीं आएगी, जुलियों ने त्वरित कार्यवाई की l वह याद करता है कि वह अपनी साइकिल से उतरा और अपनी बाहों को फैलाते हुए बोला : “ऐसा मत करो l हम तुमसे प्यार करते हैं l” फिर, एक लाठी लिए हुए चरवाहे की तरह, उसने उस परेशान आदमी को पकड़ लिया, और दूसरे राहगीर की मदद से उसे सुरक्षित बचा लिया l ख़बरों के मुताबिक, जुलियो उस आदमी को छोड़ना नहीं चाहता था, भले ही वह सुरक्षित था l
दो सहस्त्राब्दी पहले, एक जीवन-या-मृत्यु की स्थिति में, अच्छा चरवाहा, यीशु, ने कहा कि वह अपना जीवन उनको बचाने के लिए त्यागेगा जो उस पर विश्वास करेंगे और वह उन्हें कभी नहीं छोड़ेगा l उसने संक्षेप में बताया कि वह अपने भेड़ों को कैसे आशीष देगा : वे व्यक्तिगत रूप से उसे जानेंगे, अनंत जीवन का उपहार पाएंगे, नाश नहीं होंगे, और उसकी देखभाल में सुरक्षित रहेंगे l यह सुरक्षा कमजोर और निर्बल भेड़ की क्षमता पर निर्भर नहीं करती है, लेकिन चरवाहा की पर्याप्तता पर जिसके “हाथ से [कोई भी उन्हें छीन] नहीं” सकेगा (यूहन्ना 10:28-29) l
जब हम व्याकुल थे और आशाहीन महसूस कर रहे थे, तो यीशु ने हमें बचाया; अब हम उसके साथ अपने सम्बन्ध में महफूज़ और सुरक्षित महसूस कर सकते हैं l वह हमसे प्यार करता है, हमें खोजता है, हमें ढूंढ़ लेता है, हमें बचाता है, और हमें कभी नहीं छोड़ने का वादा करता है l
आश्चर्यजनक रूप से अद्वितीय
-मर्विन विलियम्स
छुटकारा का अच्छा दिन
2006 से लोगों का एक समूह नए साल के आसपास एक असामान्य घटना का उत्सव मानता है l उसे छुटकारे का अच्छा दिन (Good Riddance Day) कहा जाता है l लतीनी अमरीकी परंपरा पर आधारित, व्यक्ति पिछले साल के अप्रिय, शर्मनाक यादों और बुरे मुद्दों को एक ओद्योगिक- शक्तिशाली कतरनी मशीन में डाल देते हैं l या कुछ एक बड़े हथौड़े से अपने छुटकारे की वस्तुओं को हटाते हैं l
भजन 103 का रचयिता लोगों को अप्रिय यादों से छुटकारा पाने के पार जाने की सलाह देता है l वह हमें याद दिलाता है कि परमेश्वर हमारे पापों से हमें छुड़ाता है l परमेश्वर के विशाल प्रेम प्रगट करने के प्रयास में, भजनकार शब्द चित्रों का उपयोग करता है l उसने परमेश्वर के प्रेम की विशालता की तुलना स्वर्ग और पृथ्वी के मध्य करता है (पद.11) l उसके बाद भजनकार स्थानिक शब्दों में उसकी क्षमा के विषय बातचीत करता है l जितनी दूरी पर सूर्योदय होता है से लेकर जहां सूर्यास्त होता है, प्रभु ने अपने लोगों के पापों को उतनी दूर कर दिया है (पद.12) l भजनकार की इच्छा थी कि परमेश्वर के लोग जाने कि उसका प्रेम और क्षमा अनंत और पूर्ण है l परमेश्वर ने अपने लोगों को पूर्ण क्षमा देकर उनके पापों की सामर्थ्य से उन्हें छुड़ाया है l
सुसमाचार! हमें छुटकारे के दिन के अनुभव के लिए नए साल तक इंतज़ार नहीं करना होगा l यीशु में विश्वास करके, जब हम अपने पापों को मानकर उनसे मन फिरा लेते हैं, वह उनसे छुटकारा देकर उन्हें समुद्र की गहराई में फेंक देता है l आज छुटकारा का अच्छा दिन हो सकता है!
उसने हमारे बोझ को उठाया
आश्चर्यजनक रूप से उपयोगिता/बिजली-पानी(Utility) का बड़ा बिल आना असाधारण बात नहीं है l किन्तु नार्थ कैरोलाइना की किरेन हिली जल शुल्क(बिल) देखकर अत्यधिक घबरा गया l सूचना में उसे 100 करोड़ डॉलर का भुगतान करने को कहा गया था! हिली आश्वास्त होकर कि उसने पिछले महीने इतना अधिक जल उपयोग नहीं किया था, मजाकिए तरीके से पूछा कि क्या वह किश्तों में इस बिल का भुगतान कर सकता है l
100 करोड़ डॉलर का कर्ज डरानेवाला बोझ हो सकता है, किन्तु वास्तविक और अथाह पाप का बोझ जो हम सब उठाए हुए हैं की तुलना में यह अत्यधिक छोटा है l अपने ही पापों के बोझ और उसके परिणाम को लिए चलना, आख़िरकार हमें दोष और लज्जा से थका हुआ महसूस कराता है l सच्चाई यह है कि हम इस बोझ को उठाने में असमर्थ हैं l
और हमें इसे उठाने की भी ज़रूरत नहीं है l जिस प्रकार पतरस विश्वासियों को स्मरण दिलाता है, केवल परमेश्वर का निर्दोष पुत्र, यीशु ही, हमारे पापों का भारी बोझ और उसका गंभीर परिणाम उठा सकता था (1 पतरस 2:24) l यीशु ने, अपने क्रूसित मृत्यु में, हमारे सब पापों को ले लिया और हमें क्षमा दिया l उसके हमारे बोझ को उठाने के कारण, हमें दण्ड का भागदार नहीं होना है जिसके हम योग्य हैं l
भय या दोष में अर्थात् “तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बापदादों से चला आता है” (1:18), में रहने की अपेक्षा, हम प्रेम और स्वतंत्रता के नए जीवन का आनंद ले सकते हैं (पद.22-23) l