दक्ष हाथों द्वारा कटी लकड़ी से बना पुराना कमरा l किन्तु ढांचा ही आधी निधि थी l अन्दर, घर को स्मृतियों से पूर्ण करती दीवारों पर टंगी पारिवारिक विरासत l मेज पर हाथ से बनी अन्डे की टोकरी, बिस्कुट बनाने की पुरानी तख्ती, और एक दीया l दरवाजे पर टंगी एक ऋतुक्षरित विशेष टोपी l “हर वस्तु के पीछे एक कहानी है,” गर्वित मालिक ने कहा l

परमेश्वर द्वारा मूसा को मिलापवाला तम्बू बनाने का निर्देश देते समय, हर वस्तु के पीछे एक “कहानी” थी (निर. 25-27) l मिलापवाले तम्बू में एक प्रवेश द्वार था, जैसे परमेश्वर तक जाने का एक द्वार (देखें प्रेरितों 4:12) l लोगों को महापवित्र स्थान से अलग करता आन्तरिक मोटा पर्दा जहाँ परमेश्वर की उपस्थिति रहती थी : हमारे पाप हमें परमेश्वर से अलग करते हैं l परमेश्वर की उपस्थिति का संकेत, महापवित्र स्थान में वाचा का संदूक l महायाजक आनेवाले महान याजक-स्वयं यीशु-का अग्रदूत था l बलिदानों का लहू मसीह के पूर्ण बलिदान की छाया थी : “अपने ही लहू द्वारा, एक ही बार … अनंत छुटकारा प्राप्त किया” (इब्रा. 9:12) l

यह सब वस्तुएं हमारे एवज में मसीह और उसके द्वारा किये जानेवाले कार्य की कहानी बताते हैं l उसने इसलिए किया कि “बुलाए हुए लोग प्रतिज्ञा के अनुसार अनंत मीरास को प्राप्त करें” (पर. 15) l यीशु हमें अपनी कहानी का भाग बनने हेतु निमंत्रित करता है l