पश्चिमी टेक्सास में एक गर्म दिन में, मेरी भांजी ने एक स्त्री को देखा जो एक यातायात बत्ती के पास एक संकेत लिए खड़ी थी l गाड़ी निकट लेन पर, उसने अनुमान लगाकर कि शायद उसे पैसा या भोजन चाहिए उस संकेत को पढ़ना चाहा l इसके बदले, वह इन शब्दों को, “आपके पास उद्देश्य है,” पढ़कर चकित हुई l
परमेश्वर ने हर एक को एक ख़ास उद्देश्य से बनाया है l प्राथमिक है, उसको आदर देना, और दूसरों की ज़रूरत पूरी करना एक तरीका है (1 पतरस 4:10-11) l
एक युवा माँ अपने छोटे बच्चों की नाक पोछते हुए उन्हें यीशु के विषय बताकर उसमें उद्देश्य खोज सकती है l एक कर्मी एक असंतुष्ट कार्य में अपने काम को सचेतावस्था में करके उद्देश्य खोज सकता है, स्मरण रखते हुए वह इसमें प्रभु की सेवा कर रहा है (कुलु. 3:23-24) l एक दृष्टिहीन स्त्री अपने बच्चों और नाती-पोतों के लिए प्रार्थना करने में उद्देश्य ढूढ़ कर उनको परमेश्वर पर भरोसा करने के लिए प्रभावित कर सकती है l
भजन 139 कहता है कि हमारे जन्म से पूर्व, “सब … दिन …तेरी पुस्तक में लिखे [हैं] (पद.16) l हम अपने रचयिता को महिमा देने हेतु “भयानक और अद्भुत रीति” से रचे गए हैं (पद. 14) l
कभी न भूले : आपके पास उद्देश्य है!