रोमी साम्राज्य की भव्यता यीशु मसीह के जन्म में व्यापक पृष्ठभूमि थी l ईसा पूर्व 27 में रोम का प्रथम सम्राट सीज़र अगस्तुस, ने 200 वर्षों से चल रही गृह युद्ध का अंत करके कमज़ोर पड़ोस में स्मारक, उपासना गृह, रंगशाला, और सरकारी इमारतें बनवाया l रोमी इतिहासकार प्लिनी द एल्डर के अनुसार, वे इमारतें संसार की सर्वोत्तम इमारतें थीं l”

फिर भी अपनी खूबसूरती के साथ, इस अनंत नगर रोम और उसके साम्राज्य का इतिहास पतन तक क्रूरता से परिपूर्ण था l हजारों गुलाम, विदेशी, क्रन्तिकारी, और सेना त्यागी, जिन्होंने भी रोम की ताकत को चुनौती देने का जोखिम उठाया उन्हें चेतावनी स्वरुप क्रूसित कर दिया गया l

कैसी व्यंगोक्ति कि रोमी क्रूस पर यीशु की मृत्यु अनंत महिमा को प्रगट करनेवाली बनी जिसने रोम के गर्व को सूर्यास्त के क्षणिक खूबसूरती की तरह कर दिया!

कौन कल्पना कर सकता है कि क्रूस का सार्वजनिक श्राप और पीड़ा में हम अपने परमेश्वर के प्रेम की अनंत महिमा, उपस्थिति, और राज्य पाएंगे?

किसे पूर्वज्ञात था कि समस्त स्वर्ग और पृथ्वी एक दिन गाएगी, “वध किया हुआ मेमना ही सामर्थ्य और धन और ज्ञान और शक्ति और आदर और महिमा और धन्यवाद के योग्य है!” (प्रका. 5:12) l