हम बाइबिल में नामों की सूची देखकर उन्हें छोड़कर आगे बढ़ जाना चाहते हैं l किन्तु हमें वहां खजाना मिलेगा, जैसे बारहों प्रेरितों की सूची में जिन्हें यीशु ने अपने नाम में सेवा हेतु चुना l अनेक परिचित हैं-शमौन जिसे यीशु ने पतरस, अर्थात् चट्टान कहा l मछुआरे भाई याकूब और यूहन्ना l यहूदा इस्किरियोती, धोखा देनेवाला l और महसूल लेनेवाले, मत्ती और शमौन जेलोतेस को नज़रअंदाज़ करना सरल है जो शायद किसी समय शत्रु रहे होंगे l

मत्ती रोम के लिए कर इकठ्ठा करता था, और इसलिए यहूदियों की दृष्टि में, शत्रु का सहयोगी था l कर लेनेवालों के भ्रष्ट कार्यप्रणाली और परमेश्वर के अलावा दूसरे अधिकार को पैसे देने की इस्राएलियों की बाध्यता के लिए उनको तिरस्कार की नज़रों से देखा जाता था l दूसरी ओर, यीशु की बुलाहट से पूर्व, शमौन जेलोतेस एक यहूदी राष्ट्रवादी समूह के प्रति समर्पित था जो रोम से नफरत और उसकी सत्ता को आक्रामक और हिंसात्मक तरीकों से उखाड़ फेंकने की कोशिश में लगे रहते थे l

यद्यपि मत्ती और शमौन के राजनैतिक मत विपरीत थे, सुसमाचार इसका उल्लेख नहीं करता है l मसीह के  अनुसरण के बाद उनको अपनी पिछली निष्ठा से अलग होने में ज़रूर कुछ सफलता मिली होगी l

जब हम भी अपनी दृष्टि  देहधारित परमेश्वर, यीशु, की ओर लगाते हैं, हम पवित्र आत्मा के बंध में अपने सहविश्वासियों के साथ बढ़ती एकता महसूस कर सकते हैं l