निर्जन प्रदेश में भ्रमण डरावना, किन्तु उत्साही लोगों के रोमांच में यह केवल इज़ाफा है l पैदल यात्रियों को अपने उठाने की क्षमता से अधिक पानी चाहिए, इसलिए वे अंतर्निर्मित फ़िल्टर वाली पानी की बोतलें खरीदते हैं जिससे पानी पीने का तरीका स्वाभाविक के विपरीत है l एक प्यासे यात्री को फ़िल्टर से पानी निकालने के लिए बलपूर्वक उस बोतल में फूंकना पड़ता है l वास्तविकता दिखनेवाली स्वाभाविकता के विपरीत है l

मसीह के अनुसरण में, हम अधिकाधिक बातों को विपरीत पाते हैं l पौलुस ने एक उदाहरण दिया l नियम पालन हमें परमेश्वर के निकट नहीं पहुँचाएगा l उसने पुछा, “तुम … क्यों उनके समान … जीवन बिताते हो? तुम ऐसी विधियों के वश में क्यों रहते हो कि ‘यह न छूना,’ ‘उसे न चखना,’ और ‘उसे हाथ न लगाना!’? … ये मनुष्यों की आज्ञाओं और शिक्षाओं के अनुसार हैं” (कुलुस्सियों 2:20-22) l

तो हम क्या करें? पौलुस का उत्तर, “अतः जब तुम मसीह के साथ जिलाए गए, तो स्वर्गीय वस्तुओं की खोज में रहो” (3:1) l उसने जीवित लोगों से कहा, “तुम तो मर गए और तुम्हारा जीवन मसीह के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ है” (पद.3) l

हमें इस संसार की बातों के लिए खुद को “मृतक” और मसीह में जीवित समझना चाहिए l अब हम उसके दिखाए गए जीवन की इच्छा करते हैं जिसने कहा, “जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने” (मत्ती 20:26) l