श्रृंखलाबद्ध संकेत “मैं तुमसे प्रेम करता हूँ,” वेल्लैंड, ओंटारियो शहर में रहस्मय ढंग से दिखने पर स्थानीय संवाददाता मेरियन फ़र्थ पता लगाना चाही l परिणाम शून्य था l हफ़्तों बाद, नए संकेत में तिथि और समय के साथ एक स्थानीय पार्क का नाम दिखाई दिया l
फ़र्थ, निश्चित समय पर शहर के जिज्ञासु लोगों के संग पार्क पहुंची l वहां उसकी मुलाकात सूट पहने और चेहरा छिपाए हुए एक व्यक्ति से हुई l उसके आश्चर्य के विषय कल्पना करें जब उसने उसे फूलों का एक गुलदस्ता देकर विवाह प्रस्ताव रखा l रहस्यमय पुरुष उसका प्रेमी, रेयान सैंट डेनिस था l उसने खुशी से स्वीकार किया l
सैंट डेनिस का अपनी प्रेमिका के समक्ष प्रेम प्रदर्शन कुछ अजीब प्रतीत हो सकता है, किन्तु हमारे लिए परमेश्वर के प्रेम का प्रगटीकरण बेमेल नहीं था l “जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है कि हम उसके द्वारा जीवन पाएँ” (1 यूहन्ना 4:9) l
यीशु, एक व्यक्ति की ओर से दूसरे को दिया गया एक गुलाब की तरह, मात्र प्रेम का एक प्रतीक नहीं है l वह दिव्य मानव है जिसने खुद ही अपना जीवन बलिदान किया ताकि उद्धार हेतु उस पर विश्वास करनेवाला परमेश्वर के साथ अनंत वाचा का सम्बन्ध बना सके l एक मसीही को “परमेश्वर के प्रेम से” कुछ भी “अलग [नहीं] कर” सकती है (रोमि. 8:39) l
हम जानते हैं परमेश्वर हमसे कितना प्रेम करता है
क्योंकि उसने हमें बचाने के लिए अपने पुत्र को दिया l