सूर्यास्त l लोग इसे देखने के लिए काम रोक देते हैं …. उसका तस्वीर खींचते हैं … सुन्दर दृश्य का आनंद लेते हैं l
हम दोनों पति-पत्नी ने हाल ही में मेक्सिको की खाड़ी में सूर्यास्त देखा l लोगों का एक समूह हमारे साथ था, अधिकतर अपरिचित जो संध्या की इस अद्भुत घटना को देखने हेतु तट पर इकट्ठा थे l जिस क्षण सूर्य क्षितिज पर अस्त हुआ भीड़ ने वाहवाही की l
लोग इस तरह प्रतिक्रिया क्यों देते हैं? भजन सहिंता संकेत देता है l भजनकार परमेश्वर के विषय लिखता है कि वह सूर्य से अपने सृष्टिकर्ता की प्रशंसा करवाता है (भजन 148:3) l और जब सूर्य की किरणें पृथ्वी पर चमकती हैं, लोग उनके साथ प्रशंसा करने को विवश होते हैं l
कुछ बातों की तरह प्रकृति की सुन्दरता हमारे मन से बातें करती है l उसके पास हमें मार्ग में रोकने की ताकत और हमारे ध्यान को खींचने की ताकत ही नहीं है, बल्कि वह सुन्दरता के रचयिता की ओर हमारा ध्यान ले जाता है l
परमेश्वर की बड़ी सृष्टि का विस्मय हमें रोककर सबसे महत्वपूर्ण बात याद दिलाता है l यह हमें याद दिलाता है कि इस दिन के इस अद्भुत आगमन और गमन के पीछे एक सृष्टिकर्ता है, जो इस संसार से जिसे उसने बनाया, से बहुत प्रेम करता है कि वह इसमें आया कि इसे बचा ले और नया कर दे l
परमेश्वर की बनाई हुई समस्त बातों में आनंद उठाने में उसका साथ दीजिए l