लेखिका रीटा स्नोडेन डोवर, इंग्लैंड की अपनी यात्रा की एक दिलचस्प कहानी बताती है l एक दोपहर कॉफ़ी-हाउस में कॉफ़ी का आनंद लेते हुए, उसे मधुर सुगंध का बोध हुआ l रीटा के वेटर से पूछने पर उसे बताया गया कि आने-जाने वाले लोगों से आ रही है l गाँव के अधिकतर लोग निकट के एक सुगंध कारखाना में काम करते थे l घर जाते समय, वे अपने कपड़ों में तर उस सुगंध को सड़कों तक बिखेरते जाते थे l

मसीही जीवन की कितनी सुन्दर तस्वीर? प्रेरित पौलुस अनुसार, हम मसीह की सुगंध हैं, जो हम सभी जगह फैलाते हैं (2 कुरिं. 2:15) l पौलुस युद्ध से लौटते हुए एक राजा की तस्वीर उपयोग करता है, जिसमें उसकी सेना और बंदी उसके पीछे चलते हुए, वातावरण में विजय की सुगंध फैलाते हुए, राजा की महानता घोषित कर रहे होते हैं (पद.14) l 

पौलुस अनुसार हम मसीह की सुगंध दो तरीकों से फैलाते हैं l प्रथम, खुबसूरत यीशु के विषय दूसरों को बताकर l द्वितीय, अपने जीवनों से : मसीह की तरह बलिदानी कार्यों द्वारा (इफि. 5:1-2) l यद्यपि हमारे द्वारा फैलाई जा रही उस दिव्य सुगंध को सब स्वीकार नहीं करेंगे, वह बहुतों को जीवन देगा l

रीटा स्नोडेन को महक लगी और वह उसका उद्गम जानना चाही l यीशु का अनुसरण करने पर हम भी उसके सुगंध से तर होकर, उसे अपने शब्दों और कार्यों द्वारा सभी जगह फैलाते हैं l