अपने हाथों को देखकर मैं याद करती हूँ कि मैंने अपनी सगाई और शादी के छल्ले खो दिए l मैं यात्रा पर जाने के लिए अनेक काम में लगी थी, और नहीं मालुम वे कहाँ खो गए l
इस चिंता में कि मेरे पति को कैसा लगेगा मैं असावधानी में की गई गलती को उन्हें बताने में सहमी l किन्तु उन्होंने एक बार फिर छल्लों से अधिक मेरे प्रति सहानुभूति और चिंता दर्शायी l हालाँकि, कई बार मैं उनकी मनोहरता चाहती हूँ! इसके विपरीत, वह, मेरे विरुद्ध यह घटना याद नहीं करते है l
बहुत बार हम अपने पापों को याद करके परमेश्वर की क्षमा प्राप्ति के लिए कुछ करने की सोचते हैं l किन्तु परमेश्वर ने कहा है कि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है (इफि. 2:8-9) l परमेश्वर ने इस्राएल को एक नयी वाचा के विषय बताते समय कहा, “मैं उनका अधर्म क्षमा करूँगा, और उनका पाप फिर स्मरण न करूँगा” (यिर्म. 31:34) l हमारा परमेश्वर क्षमा करके हमारी गलतियों को स्मरण नहीं करता l
हम अपने अतीत के विषय उदास हो सकते हैं, किन्तु हमें उसकी प्रतिज्ञाओं पर भरोसा करके उसके अनुग्रह और क्षमा पर विश्वास करना है कि ये यीशु में विश्वास द्वारा वास्तविक हैं l यह समाचार और विश्वास की निश्चयता हमें धन्यवादित बनाए l जब परमेश्वर क्षमा करता है, वह भूल जाता है l
अनुग्रह और क्षमा अनर्जित उपहार हैं l