सुरक्षा के विषय सोचते हुए, मैं अपने आप से चिड़ियों के पंखों के विषय नहीं सोचता हूँ l यद्यपि किसी चिड़िया के पंख एक कमज़ोर सुरक्षा की तरह दिखाई देते हैं, उनमें और भी है जो हमारी आँखें नहीं देखती हैं l
चिड़ियों के पंख परमेश्वर की रचना का अद्भुत उदाहरण है l पंखों में कोमल और रोयेंदार, दोनों भाग होते हैं l पंख के कोमल भाग में कठोर कांटें होते हैं जिसमें हुक होते हैं जो जिपर के दांतों की तरह आपस में बंद हो जाते हैं l रोयेंदार भाग चिड़िया को गरम रखता है l पंख के दोनों भाग चिड़िया को हवा और बारिश से बचाते हैं l किन्तु शिशु पक्षी रोयें से ढके होते हैं और उनके पंख अभी पूरे विकसित नहीं हुए हैं l इसलिए माँ पक्षी उन्हें अपने पंखों से ढांक कर हवा और बारिश से बचाती है l
भजन 91:4 और बाइबिल के दूसरे परिच्छेदों में(देखें भजन 17:8) “अपने पंखों से [हमें] अपने आड़ में” लेने की परमेश्वर की तस्वीर आराम और सुरक्षा की है l हमारे मनों में एक माँ चिड़िया द्वारा अपने बच्चों को अपने पंखों से ढकने की तस्वीर दिखायी देती है l जिस तरह माता-पिता की बाहें एक डरावने तूफ़ान या एक हानि में एक सुरक्षित स्थान है, उसी तरह आराम देनेवाली परमेश्वर की उपस्थिति जीवन की भावनात्मक तूफानों में सुरक्षा और बचाव है l
यद्यपि हम परेशानी और दुःख से होकर निकलते हैं, हम उनका सामना भय के बिना कर सकते हैं जब तक हमारे चेहरे परमेश्वर की ओर हैं l वह हमारा “शरणस्थान” है (91:2, 4, 9) l
जब भय के कारण आशा जाती रहे, परमेश्वर की ओर दौड़ें,
वह ऐसा शरणस्थान है जहां आप अपने घुटनों पर पहुँच सकते हैं l