अपने चर्च में एक दुखित महिला से मिलकर डेनिसी ने उसकी सहायता करना चाहा l प्रति सप्ताह वह उसे परामर्श देती रही और उसके लिए प्रार्थना करती रही l डेनिसी उसकी सलाहकार बन गयी l हालाँकि, चर्च के कुछ अगुए डेनिसी के प्रयासों पर ध्यान न देकर उस स्त्री के लिए एक चर्च कर्मचारी को सलाहकार नियुक्त किया l उनकी टिप्पणी थी, कोई उसकी सहायता नहीं कर रहा है l

जबकि वह कोई ख्याति नहीं चाहती थी, डेनिसी मदद करने से पीछे नहीं हटी किन्तु थोड़ा निराश हुई l उसने मुझसे कहा, “ऐसा महसूस होता है जैसे मैं कुछ नहीं कर रही हूँ l”

हालाँकि, एक दिन, उस युवा स्त्री ने डेनिसी से बोला कि वह अपनी सांत्वना के लिए उसके प्रति धन्यवादी थी l डेनिसी उत्साहित हुई l उसे ऐसा लगा जैसे परमेश्वर उससे कह रहा है, “मैं जानता हूँ कि तुम वहाँ पर उसके लिए उपलब्ध हो l” डेनिसी अभी भी निरंतर उस स्त्री से मिलती है l

कभी-कभी, हम भी खुद को अयोग्य समझते हैं जब हमारे प्रयासों को अस्वीकार किया जाता है l हालाँकि, बाइबिल, हमें याद दिलाती है कि हमारे कामों को परमेश्वर जानता है l वह जानता है जो दूसरे नहीं कर रहे हैं l और जब हम उसके लिए काम करते हैं, वह प्रसन्न होता है किन्तु मनुष्यों की बड़ाई के लिए नहीं l

शायद इसलिए यीशु ने हमसे यह बोलकर एक उदहारण दिया कि हमारा “दान गुप्त” रहे ताकि “तेरा पिता जो … देखता है, तुझे प्रतिफल” दे (मत्ती 6:4) l हमें मान्यता और प्रशंसा के लिए दूसरों की ओर देखने की ज़रूरत नहीं; हम ढाढ़स बांधें कि जब हम उसकी और दूसरों की सेवा में विश्वासयोग्य होंगे यह उसे परमेश्वर मालूम है l