हमारे पड़ोस, मैकफेरसन गार्डन्स, ब्लाक 72 (सिंगापुर) के क्षेत्र में लगभग 230 परिवार और व्यक्ति निवास करते हैं l हर एक के जीवन की अपनी कहानी है l दसवीं मंजिल पर एक बूढ़ी महिला रहती है जिसके बच्चे बड़े हो चुके हैं और विवाह करके अपने-अपने परिवार के साथ अलग रहने लगे हैं l यह महिला अकेले रहती है l उनके घर से दो एक घर छोड़कर एक युवा जोड़ा अपने दो छोटे बच्चों, एक बेटा और एक बेटी के साथ रहता है l और कुछ मंजिल नीचे एक युवा रहता है जो फ़ौज में नौकरी करता है l वह पहले चर्च भी जा चूका है; शायद वह क्रिसमस में भी चर्च जाए l इन लोगों से मेरी मुलाकात पिछले क्रिसमस के दिनों में हुई थी जब हम पड़ोसियों के घरों में क्रिसमस के गीत द्वारा क्रिसमस का आनंद बांटने गए थे l
जैसे कि प्रथम क्रिसमस में स्थिति थी आज भी प्रत्येक क्रिसमस के मौसम में ऐसे लोग हैं जो नहीं जानते कि परमेश्वर एक बालक के रूप में जिसका नाम यीशु है इस संसार में प्रवेश किया था (लूका 1:68; 2:21) l अथवा वे उस घटना का महत्त्व नहीं जानते हैं अर्थात् वह “बड़े आनंद का समाचार . . . जो सब लोगों के लिए होगा” (2:10) l जी हाँ, सब लोगों के लिए! हमारी राष्ट्रीयता, संस्कृति, लिंग, अथवा आर्थिक दशा से परे, यीशु हमारे लिए बलिदान होने और हमें पूर्ण क्षमा देने आया ताकि हमारा मेल उससे हो जाए और हम उसके प्रेम, आनंद, शांति, और आशा का आनंद ले सकें l सभी लोगों को यह अद्भुत समाचार सुनना ज़रूरी है जिसमें वह बूढ़ी महिला और वे सब सहयोगी शामिल हैं जिनके साथ हम भोजन करते हैं!
पहले क्रिसमस में, आनंद के समाचार को सुननेवाले स्वर्गदूत थे l आज, परमेश्वर की इच्छा है कि हम दूसरों को सुसमाचार सुनाएं l
यीशु के जन्म का सुसमाचार सभी लोगों के लिए आनंद का श्रोत है l