21 अगस्त, 2016 को कैरिसा ने लुइसियाना में आई विनाशकारी बाढ़ की फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की। अगले दिन बाढ़ ग्र्स्त क्षेत्र में मदद करने को उनके साथ चलने का आग्रह किया। चौबीस घंटे के भीतर वो अपने पति बॉबी और तेरह लोगों के साथ 1,000 मील की यात्रा पर थी।

ऐसा क्या है जो लोगों को सब कुछ छोड़ कर आशा प्रदान करने के लिए वहाँ जाने के लिए प्रेरित करता है जहाँ वे पहले कभी न गए हों? वह प्रेम है।

मदद मांगने के आग्रह के साथ उसने यह वचन भी पोस्टpost किया था: “अपने मार्ग की चिंता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा कर वही पूरा करेगा “(भजन 37:5)। यह विशेष रूप से तब सार्थक होता है जब हम मदद करने के लिए परमेश्वर की बुलाहट का अनुसरण करते हैं। प्रेरित यूहन्ना ने कहा, “वह अपने भाई को कंगाल देख कर उस पर तरस न खाना चाहे …”(1 यूहन्ना 3:17) जब हम “वह करते हैं जो उन्हें भाता है तब हमारी मदद करने का परमेश्वर ने वादा किया है”। (22)

आवश्यकता पड़ने पर जब हमें लगे की परमेश्वर दूसरों के लिए कुछ करने के लिए हम से कह रहे हैं, तब हम स्वेच्छा से प्यार की एक “हाँ” से परमेश्वर का आदर कर सकते हैं।