मैं ऊंचा सुनता हूं-“एक कान से बहरा और दूसरे से नहीं सुन सकता” जैसा मेरे पिता कहा करते थे। इसलिए मैं कान में हिअरिंग एड पहनता हूं। लेकिन आस-पास बहुत शोर हो, तो यह हर ध्वनी पकड़ लेता है और मैं अपने सामने वाले व्यक्ति को नहीं सुन पाता।
हमारी संस्कृति के साथ भी ऐसा है: ध्वनियों की कर्कशता में परमेश्वर का धीमा शब्द डूब सकता है।
मेरे हियरिंग एड में एक ऐसी सेटिंग है जो आस पास की ध्वनियों को काटकर मुझे केवल वह आवाज सुनाती है जिसे मैं सुनना चाहता हूं। अपने चारों ओर शोर होते हुए भी यदि हम मन शांत करें और सुनें, तो परमेश्वर का “दबा हुआ धीमा शब्द” सुन सकेंगे (1 राजा 19:11–12)।
वह प्रतिदिन हमें पास बुला कर हमसे बात करते हैं, हमारी व्याकुलताओं और लालसाओं में, हमारे गहन दुःख में और हमारे अधूरेपन में और हमारे सबसे बड़े आनंद व असंतोष में।
मुख्य रुप से परमेश्वर हमसे अपने वचन द्वारा बात करते हैं। बाइबिल पड़ कर आप उनके शब्द को सुन सकेंगे। वह आपसे प्रेम करते हैं, जितना आप समझ पाएं उससे भी अधिक, और उनकी इच्छा यही है कि आप वह सुने जो वे आपसे कहना चाहते हैं।
जब हम सुनने में समय लगाते हैं तब परमेश्वर अपने वचन के माध्यम से बात करते हैं।