“अभी हाल में क्या आपने परमेश्वर को कार्य करते हुए देखा है?” मैंने अपने कुछ मित्रों से पूछा l एक का उत्तर था, “प्रति भोर को बाइबल पढ़ते समय मैं उसे कार्य करते हुए पाता हूँ; मैं उसे कार्य करते हुए देखता हूँ जब वह मुझे नए दिन का सामना करने में सहायता करता है; मैं उसे मार्ग में मेरे हर कदम पर मदद करते हुए देखता हूँ l मैंने मेहसूस किया है कि उसने मुझे आनंद देते हुए हर चुनौती का सामना करने में मदद की है l” मुझे उसका उत्तर पसंद है क्योंकि उससे पता चलता है कि किस तरह परमेश्वर का वचन और अन्दर निवास करने वाला पवित्र आत्मा के द्वारा, परमेश्वर उससे प्रेम करनेवालों के निकट रहता है, उनमें काम करता है l
परमेश्वर का अपने अनुयायियों में कार्य करना एक अद्भुत सेवा है जिसके विषय इब्रानियों का लेखक अपनी पत्री के समापन आशीष में लिखते हुए इस प्रकार कहता है : “ . . . जो कुछ उसको भाता है उसे यीशु मसीह के द्वारा हम में उत्पन्न करे” (इब्रानियों 13:21) l इस समापन के साथ, लेखक अपने विशेष सन्देश पर बल देता है – कि परमेश्वर उसका अनुसरण करने में अपने लोगों को सज्जित करेगा और कि वह अपनी महिमा के लिए उनमें होकर और उनके द्वारा कार्य करेगा l
परमेश्वर का वरदान जो हममें कार्य करता है हमें चकित कर सकता है; शायद हम किसी को क्षमा करते हैं जिसने हमारी हानि की है अथवा किसी कठिन व्यक्ति के साथ उसने हमें धीरज रखने में सहायता की है l हमारा “शांति का परमेश्वर” हममें होकर और हमारे द्वारा अपना प्रेम और शांति प्रगट करता है l अभी हाल में आपने परमेश्वर को किस तरह कार्य करते हुए देखा है?”
परमेश्वर अपने अनुयायियों में होकर और उनके द्वारा कार्य करता है l