2003 के मोरमन टिड्डियों का संक्रमण 25 लाख डालर्स की फसलों की बर्बादी का कारण बना।  ये टिड्डियाँ इतनी संख्या में आई कि लोगों के कितनी भी सावधानी से पैर रखने पर भी उनके पैर के नीचे एक तो होती ही थी। टिड्डे जैसा दिखने वाला यह कीट, जिसका नाम 1848 में उटाह के मोरमन प्रवर्तकों की फसलों पर हमला करने के कारण रखा गया था, मात्र दो से तीन इंच लम्बा होने के बावजूद भी अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में आश्चर्यजनक रीति से अड़तीस पाऊंड तक की फसल-सामग्री चट कर सकता है। किसानों और राज्य और देश की कुल अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव विनाशकारी हो सकता है।   

पुराना नियम के नबी योएल ने ऐसे ही कीटों के एक दल का वर्णन किया जिसने उनकी सामूहिक अनाज्ञाकारिता के परिणामस्वरूप यहूदा के समस्त राष्ट्र से प्रतिशोध लिया था। उसने टिड्डियों के आक्रमण बाइबल के कुछ विद्वानों के अनुसार एक विदेशी सेना के लिए एक उपमा के बारे में पहले से ही बता दिया था और पिछली पीढ़ियों ने ऐसा पहले कभी नहीं देखा था (योएल 1:2)। टिड्डियाँ अपने मार्ग में आने वाली हर चीज़ को बर्बाद कर लोगों को अकाल और गरीबी में पहुँचा देंगी। यदि लोग अपने पापी चालचलन से फिर जाएँगे और परमेश्वर से क्षमा माँग लेंगे, तो योएल बताता है कि प्रभु कहता है “मेरे बड़े दल ने जिसको मैंने तुम्हारे बीच भेजा…, मैं उसकी हानि तुम को भर दूँगा” (योएल 2:25)।

यहूदा के सबक से हम भी सीख सकते है : कीटों के समान, हमारे गलत कार्य उस फलवन्तऔर खुशबूदार जीवन को खा जाते हैं, जिस जीवन की इच्छा परमेश्वर हमारे लिए रखता है। जब हम अपने बीते हुए गलत चुनावों से उसकी ओर मुड़ते हैं, तो वह हमारी लज्जा को हटा देने और उसमें हमें एक भरपूर जीवन देने की प्रतिज्ञा करता है।