“एस्तेरा, तुम्हें हमारी सहेली हैलन से एक उपहार मिला है!” मेरी माँ ने मुझे बताया जब वह अपने कार्य से घर लौटी। बचपन में हमारे पास ज्यादा कुछ नहीं था, इसलिए डाक से एक उपहार प्राप्त करना क्रिसमस जैसी ख़ुशी के समान था। इस अद्भुत महिला के द्वारा मुझे परमेश्वर के द्वारा प्रेम किए जाने, स्मरण रखे जाने और मूल्यवान होन की अनुभूति हुई।

गरीब विधवा तबीता (दोरकास) ने वस्त्र बनाए, उसने भी ऐसा ही अनुभव किया होगा। वह यीशु की एक अनुयायी थी और याफा में रहती थी, जो अपने दया के कार्यों के लिए प्रसिद्ध थी। वह सर्वदा “बहुत से भले-भले काम और दान किया करती थी” (प्रेरितों के काम 9:36)। वह बीमार हो कर मर गई। उसी समय, पतरस एक पास ही के नगर में था, अत: दो विश्वासी पतरस के पास गए और उससे याफा आने की विनती की। 

जब पतरस पहुँचा, तो विधवाओं ने उसे उसकी दया के प्रमाणों को दिखाया-“और जो कुरते और कपड़े दोरकास ने उनके साथ बनाए थे” (पद 39) । हम नहीं जानते कि उन्होंने उसे हस्तक्षेप करने के लिए कहा या नहीं, परन्तु पवित्र आत्मा से अगुवाई पाकर पतरस ने प्रार्थना की और परमेश्वर ने दोरकास को पुनर्जीवित किया! परमेश्वर की दया का यह परिणाम था कि “यह बात सारे याफा में फैल गई और बहुतेरों ने प्रभु पर विश्वास किया” (पद 42) ।

जब हम अपने आस-पास वालों के प्रति दया दिखाते हैं, तो प्रभु करे कि वे अपने विचार परमेश्वर की और करें और उसके द्वारा मूल्यवान समझे जाने का अहसास करें।