अंततः, जनवरी 8, 1964 में सत्रह साल के रैंडी गार्डनर (ने) वह किया जो उसने ग्यारह दिन और पच्चीस मिनट से नहीं किया था : वह सो गया। वह गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड का रिकार्ड तोड़ना चाहता था कि मानव शरीर कितने समय तक जागता रह सकता है। सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने और बास्केटबाल कोर्ट में खेलने और बॉलिंग ऐली- एक विशेष प्रकार का खेल खेलने के द्वारा नींद को डेढ़ सप्ताह तक रोक दिया था। आखिरकार (एकाएक) गिरने से पहले, उसके चखने, सूँघने और सुनने की सम्वेदना गड़बड़ा गई थीं। दशकों बाद, वह अनेक बार अनिद्रा रोग से पीड़ित हुआ। उसने रिकॉर्ड तो बना दिया था परन्तु यह साफ़ कर दिया: नींद बहुत जरूरी है।

हम में से अनेक रात के अच्छे आराम के लिए संघर्ष करते हैं। गार्डनर से हटकर, जिसने जानबूझकर स्वयं को नीदं से वंचित किया, हम भी कुछ कारणों से अनिद्रा से पीड़ित हो सकते हैं-जिसमें चिन्ताओं के पहाड़, जो हम प्राप्त करना चाहते हैं (उसका भय), दूसरों की अपेक्षाओं का भय और उन्मत्त हो कर जीने की कठिनाई शामिल है। कई बार हमारे लिए भय को छोड़ देना और आराम से रहना कठिन हो जाता है।

भजनकार हमें बताता है कि “यदि घर को यहोवा न बनाए,” तो हम व्यर्थ में ही परिश्रम करते हैं (भजन संहिता 127:1)। यदि जो कुछ हमें चाहिए, परमेश्वर उपलब्ध न करवाए, तो हमारा परिश्रम और हमारे भरसक प्रयास व्यर्थ हैं। धन्यवादित हों, कि परमेश्वर वह उपलब्ध करवाता है, जिसकी हमें आवश्यकता होती है। “वह अपने प्रियों को योंही नींद प्रदान करता है” (पद 2) । और परमेश्वर का प्रेम हम सभी के लिए है। वह हमें अपनी चिन्ताओं को उस पर डाल देने और उसके विश्राम और उसके अनुग्रह में डूब जाने का आमन्त्रण देता है।