एक व्यवसायिक एथलीट(खिलाड़ी) के रूप में उसकी आजीविका का अंत होने के बाद पैंतालिस वर्षों तक जेरी क्रेमर को उसके फेम ऑफ़ स्पोर्ट्स हॉल (सर्वोत्तम सम्मान) में प्रतिष्ठित होने नहीं दिया गया l उन्होंने अनेक उपाधियाँ और उपलब्धियों का आनंद उठाया, किन्तु यह उनके हाथ न लगा l यद्यपि उनको इस सम्मान के लिए दस बार नामित किया गया, यह उनको कभी नहीं प्रदान की गयी l अनेक बार उनकी आशा चूर होने का बावजूद, क्रेमर यह कहने में विनीत थे, “मैंने महसूस किया कि [नेशनल फूटबाल लीग] ने मुझे मेरे जीवनकाल में 100 उपहार दिए हैं और एक नहीं प्राप्त करने के विषय परेशान या क्रोधित होना बेवकूफी है!”
अनेक बार जब दूसरे खिलाड़ियों के पक्ष में निर्णय आने पर अन्य द्वेषपूर्ण महसूस कर सकते थे, क्रेमर कष्ट का अहसास नहीं किया l उसका आचरण उस मार्ग का वर्णन करता है जिससे हम अपने हृदयों को इर्ष्या, जिससे “हड्डियां भी जल जाती हैं” (नीतिवचन) के क्षयकारी स्वभाव से सुरक्षित कर सकते हैं l जब हम उन बातों में तल्लीन हो जाते हैं जो हमारे पास है ही नहीं – और उन अनेक चीजों को पहचानने से चूक जाते हैं जो हम करते हैं – परमेश्वर की शांति हमें नहीं मिलेगी l
ग्यारवीं बार नामित होने के बाद, आखिरकार फरवरी 2018 में जेरी क्रेमर को नेशनल फूटबाल लीग[NFL] के फेम ऑफ़ स्पोर्ट्स हॉल से सम्मानित किया गया l शायद हमारी सांसारिक अभिलाषाएँ पूरी न हों जैसे अंत में उसकी हुयी l फिर भी हम सब के पास “शांति से भरा हृदय” हो सकता है जब हम उसके स्थान पर उन अनेक चीजों पर ध्यान केन्द्रित करते हैं जिसके प्रति परमेश्वर हमारे साथ उदार रहा है l इसकी परवाह किये बिना कि हमें क्या चाहिए किन्तु हमारे पास है नहीं, हम हमेशा जीवनदायक शांति का आनंद ले सकते हैं जो वह हमारे जीवनों में देता है l
परमेश्वर हमारे हृदयों में शांति देता है और इससे कहीं अधिक भी l