रॉन और नैन्सी का विवाह शीघ्रता से बिगड़ रहा था l उसका सम्बन्ध किसी और से था, परन्तु कुछ समय बाद उसने परमेश्वर के सामने अपना पाप मान लिया था l वह जानती थी वह क्या चाहता था वह करे, परन्तु यह कठिन था l उसने रॉन के साथ सच्चाई को साझा किया l तलाक मांगने की बजाए, रॉन ने नैन्सी को यह दिखाकर कि वह बदल गयी थी उसका भरोसा जीतने का अवसर दिया l आश्चर्यचकित रूप से परमेश्वर ने उनके विवाह को पुनः ठीक कर दिया l

रॉन की क्रिया परमेश्वर के प्रेम और क्षमा की तस्वीर है जो उसने आपके और मेरे समान पापियों के प्रति दिखाया है l नबी होशे ने इसे भलीभांति समझ लिया था l परमेश्वर ने इस्राएल को उसके सामने अविश्वासयोग्यता की उसकी हालत दिखाने के लिए होशे को एक अविश्वासयोग्य स्त्री से विवाह करने की आज्ञा दी (होशे 1) l यदि वह बहुत अधिक दिल दुखाने वाला नहीं था, जब होशे की पत्नी ने उसे त्याग दिया, परमेश्वर ने उससे कहा कि वह अपनी पत्नी को लौटने के लिए कहे l उसने कहा, “अब जाकर एक ऐसी स्त्री से प्रीति कर, जो व्यभिचारिणी होने पर भी अपने प्रिय की प्यारी हो” (3:1) l उसकी सारी अनाज्ञाकारिता के बाद भी, परमेश्वर अपने लोगों के साथ निकट सम्बन्ध रखने की इच्छा रखता था l जिस प्रकार होशे अपनी अविश्वासयोग्य पत्नी से प्रेम करता था, उसको पाने की कोशिश करता है, और उसके लिए त्याग करता है, उसी प्रकार परमेश्वर ने अपने लोगों से प्रेम किया l उसका पवित्र क्रोध और इर्ष्या उस महान प्रेम से प्रेरित था l

वही परमेश्वर आज हमें अपने निकट चाहता है l जब हम विश्वास से उसके पास आते हैं, हम भरोसा कर सकते हैं कि हम उसमें पूरी तौर से तृप्त होंगे l