मेरे नाक पर साल के काफी समय तक एक दाग था जिस समय मैं डॉक्टर के पास गया l बायोप्सी का रिपोर्ट कुछ दिनों के बाद आया, जो मैं सुनना नहीं चाहता था l त्वचा(skin) कैंसर l यद्यपि यह कैंसर ऑपरेशन के लायक था और जीवन के लिए घातक नहीं था, लेकिन यह निगलने के लिए कड़वी गोली थी l
परमेश्वर ने यहेजकेल को निगलने के लिए एक कड़वी गोली दी थी – विलाप और शोक की एक पुस्तक (यहेजकेल 2:10; 3:1-2) l उसे “अपनी अंतड़ियां इस से भर” लेनी थी और इस्राएल के लोगों के साथ जिन्हें परमेश्वर “निर्लज्ज और हठीले” लोग समझता था, के साथ साझा करना था (2:4) l सुधार से भरी एक पुस्तक स्वाद के कोई एक कड़वी गोली की तरह हो सकती है l फिर भी यहेजकेल अपने मुँह में उसे “मधु के तुल्य मीठी” (3:3) होने का वर्णन करता है l
ऐसा लगता है कि यहेजकेल ने परमेश्वर के सुधार के प्रति स्वाद अर्जित कर लिया था l उसकी ताड़ना को कुछ ऐसी चीज़ के रूप में देखने के बजाए जिससे बचा जा सके, यहेजकेल ने जाना कि जो आत्मा के लिए अच्छा है वह “मीठा है l” परमेश्वर हमें करुणा से सिखाते और सुधारते हुए उसे आदर और प्रसन्नता देने के योग्य जीवन जीने में सहायता करता है l
कुछ सच्चाईयाँ निगलने के लिए कड़वी गोली है जबकि दूसरी मीठी हैं l यदि हम याद करते हैं कि परमेश्वर हमसे कितना प्रेम करता है, उसकी सच्चाई मधु की स्वाद सी होगी l उसके वचन हमारी भलाई के लिए हैं, दूसरों को क्षमा करने के लिए, व्यर्थ संवाद से बचने के लिए, और दुर्व्यवहार के समय हौसला रखने के लिए बुद्धि और सामर्थ्य देते हैं l हे प्रभु, हमारी मदद कर, कि हम आपकी बुद्धिमत्ता को मीठे परामर्श के रूप में पहचाने जैसा कि वह वास्तव में है!
परमेश्वर की सच्चाई मीठी है l