जब 2014 में नौ वर्ष का विली उसके सामने के अहाते से अगवा कर लिए गया था, उसने एवरी प्रेज़(Every Praise) अपना प्रिय सुसमाचार गीत बार-बार गया l अपहरणकर्ता द्वारा उसे तीन घंटे यहाँ-वहाँ घुमाने के दौरान, विली ने उसके बार-बार चुप रहने के आदेशों की अनदेखी की l आखिरकार, अपहरणकर्ता ने उसे कार के बाहर सुरक्षित छोड़ दिया l बाद में, विली ने मुठभेड़ का वर्णन करते हुए कहा कि जब उसने अनुभव किया कि उसके भय ने विश्वास के समक्ष हार मान ली है, अपहरणकर्ता गीत से परेशान दिखाई दिया l

विली की अपनी गंभीर स्थिति पर प्रतिक्रिया पौलुस और सीलास द्वारा साझा किये गए अनुभव की याद दिलाती है l कोड़े लगाकर जेल में डाल दिये जाने के बाद, वे “प्रार्थना करते हुए परमेश्वर के भजन गा रह थे, और कैदी उनकी सुन रहे थे l इतने में एकाएक बड़ा भूकंप आया, यहाँ तक कि बंदीगृह की नींव हिल गयी, और तुरंत सब द्वार खुल गए; और सब के बंधन खुल पड़े” (प्रेरितों 16:25-26) l

सामर्थ्य के इस भयानक प्रदर्शन का साक्षी होकर, जेलर ने पौलुस और सीलास के परमेश्वर पर विश्वास किया, और उसका सम्पूर्ण घराना उसके साथ बपतिस्मा लिया (पद.27-34) l प्रार्थना के द्वारा, उस रात भौतिक और आत्मिक दोनों ही जंजीरें टूट गयीं l

हम हमेशा पौलुस और सीलास, या विली की तरह प्रत्यक्ष रूप से नाटकीय बचाव का अनुभव नहीं कर सकते हैं l परन्तु हम जानते हैं कि परमेश्वर अपने लोगों की प्रशंसा का प्रतिउत्तर देता है! जब वह क्रिया करता है, जंजीरें टूट जाती हैं l