उस विज्ञापन ने मेरे चेहरे पर मुस्कराहट ला दिया : “पैरों के इतिहास में सबसे आरामदायक मोज़े l” फिर, आगे भी पैरों के लिए अच्छी खबर के अपने दावे का विस्तार करते हुए, विज्ञापनदाता ने कहा कि क्योंकि मोज़े बेघर आश्रयों में सबसे अधिक अनुरोध किये गए कपड़ों की वस्तु बने हुए हैं, इसलिए ख़रीदे गए प्रत्येक जोड़ी मोज़े के लिए कंपनी ज़रुरतमंद किसी व्यक्ति को एक जोड़ो दान करेगी l

उस मुस्कराहट की कल्पना कीजिए, जब यीशु ने एक ऐसे व्यक्ति के पैर ठीक किये, जो अड़तीस साल तक चलने में सक्षम नहीं था (युहन्ना 5:2-8) l अब मंदिर के अधिकारियों के चेहरों पर विपरीत नज़र देखें जो यीशु द्वारा किसी के पैरों या हृदय की चंगाई से जो इतने लम्बे समय तक बिना किसी मदद का था प्रभावित नहीं थे l उन्होंने उस व्यक्ति और यीशु पर एक धार्मिक कानून तोड़ने का आरोप लगाया जो सब्त के दिन काम करने की अनुमति नहीं देता था (पद.9-10, 16-17) l जहाँ यीशु ने करुणा की आवश्यकता देखी उन्होंने नियम को देखा l

इस बिंदु पर वह व्यक्ति भी नहीं जानता था कि किसने उसे नए पैर दिए थे l केवल बाद में वह बोलने में सक्षम होने वाला था कि वह यीशु ही था जिसने उसे चंगा किया था (पद.13-15) – वही यीशु जिसने उस व्यक्ति के लिए – और हम सब के लिए अपने पैरों को काठ पर ठोकने की अनुमति देता – टूटी देह, मन, और हृदयों के इतिहास में सर्वोत्तम खबर l