1840 के दशक में इलेक्ट्रिक घड़ी का आविष्कार होने के बाद से बहुत कुछ बदल गया है l हम अब स्मार्ट घड़ियों, स्मार्ट फोन और लैपटॉप पर समय देखते हैं जीवन की सम्पूर्ण गति तेज़ प्रतीत होती है – यहाँ तक कि हमारे “”इत्मीनान” से चलने की गति भी तेज़ होती जा रही है l यह विशेष रूप से शहरों में सच है और विद्वानों का कहना है कि यह स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है l एक अमेरिकी प्रोफेसर कहते हैं, “हम केवल तेजी से और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और जितनी जल्दी हो सके लोगों की ओर लौट रहे हैं l यह हमें सोचने को मजबूर कर रह है कि सब कुछ अभी होना चाहिए l”

बाइबल के भजनों का एक सबसे प्राचीन लेखक, मूसा, ने समय पर विचार किया l वह हमें याद दिलाता है कि परमेश्वर जीवन के समय को नियंत्रित करता है l “क्योंकि हज़ार वर्ष तेरी दृष्टि में ऐसे हैं जैसा कल का दिन जो बीत गया, या जैसे रात का एक पहर” (भजन 90:4) l 

इसलिए, समय प्रबंधन का रहस्य अधिक तेज या धीमी गति से आगे बढ़ना नहीं है l यह परमेश्वर में निवास करना है, उसके साथ अधिक समय बिताना है l तब हम एक दूसरे के साथ कदम से कदम मिलाते है, लेकिन पहले उसके साथ – जिसने हमें बनाया (139:13) और जो हमारे उद्देश्य और योजनाएं जानता है (पद.16) l 

पृथ्वी पर हमारा समय हमेशा के लिए कायम नहीं रहेगा l फिर भी हम इसे बुद्धिमानी से प्रबंधित कर सकते हैं, घड़ी देखकर नहीं, बल्कि हर दिन परमेश्वर को देकर l जिस प्रकार मूसा कहता है, “हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान बन जाएँ” (भजन 90:12) l तब, परमेश्वर के साथ हम हमेशा समय पर, अब और हमेशा के लिए रहेंगे l