10 हज़ार घंटे l लेखक मैल्कम ग्लैडवेल बताते हैं कि किसी भी शिल्प में निपूर्ण बनने के लिए इतना समय लगता है l यहाँ तक कि सभी समय के महानतम कलाकारों और संगीतकारों के लिए, उनकी जबरदस्त जन्मजात प्रतिभा विशेषज्ञता के स्तर को हासिल करने के लिए पर्याप्त नहीं थी जो वे अंततः प्राप्त करनेवाले थे l उन्हें हर एक दिन अपने शिल्प में तल्लीन होने की ज़रूरत थी l
जैसा कि यह अजीब लग सकता है, हमें एक समान मानसिकता की ज़रूरत है जब यह पवित्र आत्मा की सामर्थ्य में जीना सीखना है l गलातियों में, पौलुस कलीसिया को परमेश्वर के लिए अलग होने के लिए प्रोत्साहित करता है l लेकिन पौलुस ने समझाया कि यह केवल नियमों के एक सेट का पालन करने से हासिल नहीं किया जा सकता है l इसके बजाय हमें पवित्र आत्मा के साथ चलने के लिए करता है l गलातियों 5:16 में पौलुस जिस यूनानी शब्द का उपयोग “चलने” के लिए किया है, उसका शाब्दिक अर्थ है किसी चीज़ के इर्द-गिर्द घूमना या यात्रा करना(peripateo) l इसलिए पौलुस के लिए, आत्मा के साथ चलना प्रत्येक दिन आत्मा के साथ यात्रा करना था – यह उसकी सामर्थ्य का सिर्फ एक बार का अनुभव नहीं है l
हम प्रतिदिन आत्मा से भरे रहने के लिए प्रार्थना करें – आत्मा के कार्य के अधीन होने के लिए जब वह परामर्श, मार्गदर्शन, तसल्ली देता है, और मगज़ हमारे साथ रहता है l और जब हम “आत्मा के चलाए चलते” हैं (पद.18), हम उसकी आवाज़ सुनने और उसके मार्गदर्शन का अनुसरण करने में बेहतर और बेहतर जाते हैं l पवित्र आत्मा, मैं आज आपके साथ चल सकूं, और हर दिन!
जब कि हम एक बार की घटना में उद्धार प्राप्त करते हैं तो पवित्र आत्मा हमारे अन्दर निवास करने लगता है, यह आत्मा द्वारा भरे जाने या उसके साथ चलने से कैसे भिन्न है? आप आत्मा के फल को कैसे प्रगट कर रहे हैं?