हाल ही के एक अध्ययन से पता चला है कि स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता के शब्द रोगियों को उनकी बीमारियों से जल्दी स्वाश्य होने में मदद करती हैं l एक साधारण प्रयोग के रूप में स्वयंसेवक अध्ययन भागीदारों को स्किन एलर्जी से पीड़ित व्यक्ति(skin allergen) से खुजलाने को कहा गया और उसके बाद अपने चिकित्सक से आश्वासन प्राप्त करनेवालों से उन लोगों की प्रतिक्रियाओं की तुलना की गयी जिन्होंने आश्वासन प्राप्त नहीं किये थे l अपने चिकित्सक से प्रोत्साहन प्राप्त करनेवाले रोगियों को उनके प्रतिरूप(counterpart) से कम कष्ट और खुजलाहट हुयी l
नीतिवचन के लेखक को पता था कि उत्साहजनक शब्द कितने महत्वपूर्ण हैं l “मनभावने वचन . . . हड्डियों को हरी-भरी करते हैं” (नीतिवचन 16:24) l शब्दों का सकारात्मक प्रभाव हमारे स्वास्थ्य तक सिमित नहीं है : जब हम शिक्षा की बुद्धिमत्ता पर मन लगाते हैं, तो हम अपने प्रयासों में समृद्ध होने की अधिक सम्भावना रखते हैं (पद.20) l इसलिए बहुत अधिक प्रोत्साहन हमें उन चुनौतियों के लिए प्रोत्साहित करता है, जिनका सामना हम अभी करते हैं और भविष्य में सामना कर सकते हैं l
हम अभी तक पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं कि क्यों और कैसे ज्ञान और प्रोत्साहन हमारे दैनिक जीवन में शक्ति और उपचार लाते हैं l फिर भी हमारे माता-पिता, कोच, और सहकर्मी का प्रोत्सहन और मार्गदर्शन हमें कठिनाई में स्थिर रहने और हमें सफलता की ओर अग्रसर होने में मदद करता है l इसी तरह, बाइबल हमें प्रोत्साहित करता है जब हम परीक्षाओं का सामना करते हैं, जिससे हम सबसे अकल्पनीय परिस्थितियों का सामना करने के लिए सज्जित होते हैं l परमेश्वर, आप अपनी बुद्धि से हमें मजबूत करें और बदले में, हम उन लोगों को “अनुग्रहपूर्ण शब्दों” की चंगाई और आशा प्रदान करें जिन्हें आपने हमारे जीवन में रखा है l
किसने आपके जीवन में “मनभावने शब्द” बोले हैं? आपके लिए दूसरों के साथ उत्साहजनक शब्दों को बांटना क्यों अनिवार्य है?
प्रिय पिता, आपकी चंगाई और आशा के शब्दों के लिए आपको धन्यवाद l