उसके डॉक्टर ने कहा कि उसके अलग-थलग दृष्टि पटल(retina) को ठीक नहीं किया जा सकता था l लेकिन पंद्रह साल तक बिना दृष्टि के रहने के बाद, ब्रेल लिपि को सीखते हुए, और एक छड़ी और सेवा कुत्ते(Service dog) का उपयोग करते हुए – महिला का जीवन तब बदल गया जब उसके पति ने एक दूसरे नेत्र चिकित्सक से एक सरल प्रश्न पुछा : क्या उसकी मदद की जा सकती है? जवाब था हाँ l जैसे कि डॉक्टर ने पता लगाया, महिला की आँख में एक सामान्य स्थिति थी, मोतियाबिंद, जिसे डॉक्टर ने उसके दाहिनी आँख से हटा दिया l जब अगले दिन उसके आँख की पट्टी हटा दी गयी, उसकी दृष्टि 20/20 थी l उसकी बायीं आँख की दूसरी सर्जरी समान सफलता के साथ हुई l
एक साधारण प्रश्न ने कुष्ठ रोग से ग्रसित एक शक्तिशाली सैन्य व्यक्ति नामान के जीवन को भी बदल दिया l लेकिन नामान ने नबी एलिशा का निर्देश “जाकर यर्दन में सात बार डुबकी मार, तब तेरा शरीर ज्यों का त्यों जो जाएगा”(2 राजा 5:10) पर अहंकारपूर्वक क्रोध किया l हालाँकि, नामान के सेवकों ने सैन्य नेता से एक सरल प्रश्न पूछा : “यदि भविष्यद्वक्ता तुझे कोई भारी काम करने की आज्ञा देता, तो क्या तू उसे नहीं करता? (पद.13) l उसके पीछे लगे रहने से, नामान ने डुबकी लगाई “और उसका शरीर छोटे लड़के का सा हो गया; और वह शुद्ध हो गया” (पद.14) l
हमारे जीवन में, कभी-कभी हम किसी समस्या से जूझते हैं क्योंकि हम परमेश्वर से नहीं पूछते हैं l क्या आप मदद करेंगे? क्या मुझे जाना चाहिये? क्या आप अगुवाई करेंगे? हमारी मदद करने के लिए हमें उससे जटिल प्रश्न पूछने की ज़रूरत नहीं है l “उनके पुकारने से पहले ही मैं उनको उत्तर दूंगा,” परमेश्वर ने अपने लोगों से प्रतिज्ञा की (यशायाह 65:24) l इसलिए आज, बस उससे पूछे l
आपके प्रार्थना निवेदन कितने जटिल हैं? आप एक सरल प्रार्थना में होकर जीवन की किन समस्यों को परमेश्वर के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं?
प्रिय स्वर्गिक पिता, जब जीवन जटिल और कठिन महसूस होता है, हमारी सरल प्रार्थनाएँ सुनने की आपकी प्रतिज्ञा के लिए आपको धन्यवाद l