ऐश्टन और ऑस्टिन सैमुएलसन ने एक मसीही कॉलेज से यीशु की सेवा करने की तीव्र इच्छा के साथ स्नातक किया । हालांकि, दोनों में से कोई भी चर्च में पारंपरिक सेवा के लिए बुलाहट महसूस नहीं की l लेकिन संसार में सेवा के बारे में क्या? बिलकुल । उन्होंने अपने ईश्वर प्रदत्त उद्यमशीलता कौशल के साथ बचपन की भूख को समाप्त करने के लिए अपने बोझ को एक किया और 2014 में एक रेस्तरां शुरू किया । लेकिन यह सिर्फ कोई भी रेस्तरां नहीं है । सैमुअलसन एक खरीदें-एक दान करें दर्शन से काम करते हैं । खरीदे गए हर भोजन के लिए, वे कुपोषित बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए भोजन प्रदान करने के लिए दान करते हैं । अब तक, उन्होंने साठ से अधिक देशों में योगदान दिया है । उनका लक्ष्य बचपन की भूख को खत्म करना है – एक समय में एक भोजन ।
मत्ती 10 में यीशु के शब्द अप्रगट नहीं हैं । वे आश्चर्यजनक रूप से स्पष्ट हैं : भक्ति कर्मों से स्पष्ट होती है, शब्दों से नहीं (पद.37–42) । उन कार्यों में से एक “छोटों” को देना है । सैमुअलसन के लिए, वह ध्यान बच्चों को देना है । लेकिन ध्यान दें, “छोटे लोग” एक कालानुक्रमिक उम्र तक सीमित वाक्यांश नहीं है । मसीह हमें इस संसार की दृष्टि में “कम महत्त्व” के किसी भी व्यक्ति को देने के लिए बुला रहा है : गरीब, बीमार, कैदी, शरणार्थी, किसी भी तरह से वंचित । और दें क्या? ठीक है, यीशु कहते हैं, “केवल एक कटोरा ठंडा पानी” (पद.42) । यदि एक कप ठंडे पानी के रूप में छोटा और सरल कुछ होता है, तो भोजन भी निश्चित रूप से पंक्ति में सही बैठता है ।
आपके जीवन में कौन लोग दुनिया की नज़रों में छोटे हैं? इन "छोटों" की सेवा करने के लिए आप आज क्या कुछ छोटा कर सकते हैं?
यीशु, आज मुझे देखने के लिए आंखें और सुनने के लिए कान दें, ताकि मैं सेवा कर सकूं, जो छोटे से छोटे हैं जो मेरे निकट से गुज़रते हैं l