जब मेरी दो पोतियों ने एलिस इन वंडरलैंड जूनियर में भूमिका के लिए कोशिश की जो कि बच्चों की एक अग्रेजी पुस्तक पर आधारित है, तो उनके मन में था कि उन्हें अग्रणी भूमिका मिल जाए l लेकिन उन्हें फूल बनने के लिए चुना गया था । पूरी तरह से बड़ी भूमिका नहीं l

फिर भी मेरी बेटी ने कहा कि वे अपने दोस्तों के लिए उत्साहित थीं जिन्हें [प्रमुख भूमिकाएँ] मिलीं । उनका आनंद उनके दोस्तों के लिए अधिक उत्साहजनक और उनके उत्साह में साझेदारी थी ।”

मसीह के शरीर में हमारी एक-दूसरे के साथ बातचीत कैसी होनी चाहिए, इसकी एक बेहतरीन तस्वीर! प्रत्येक स्थानीय चर्च के पास वह है जिन्हें प्रमुख भूमिकाएं मानी जा सकती हैं । लेकिन इसमें फूलों की भी जरूरत होती है – जो महत्वपूर्ण कार्य करते हैं लेकिन उच्च-प्रोफ़ाइल कार्य नहीं करते हैं । यदि दूसरों को वे भूमिकाएँ मिलती हैं जो हमारी इच्छा थी, तो हम उन्हें प्रोत्साहित करने का विकल्प चुन सकते हैं, जब हम ईश्वर द्वारा हमें दी गई भूमिकाओं को पूरी लगन से पूरा करते हैं ।

वास्तव में, दूसरों की मदद करना और उन्हें प्रोत्साहित करना उसके(यीशु) लिए प्यार दिखाने का एक तरीका है । इब्रानियों 6:10 कहता है, “परमेश्वर अन्यायी नहीं कि तुम्हारे काम और उस प्रेम को भूल जाए, जो तुम ने उसके नाम के लिए इस रीति से दिखाया, कि पवित्र लोगों की सेवा की l” और उनके हाथ से कोई उपहार महत्वहीन नहीं है : “जिसको जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भंडारियों के समान एक दूसरे की सेवा में लगाए” (1 पतरस 4:10) ।

महज एक प्रोत्साहित करनेवाली कलीसिया की कल्पना करें जो अपने ईश्वर प्रदत्त उपहारों को परिश्रम के साथ उसके सम्मान के लिए उपयोग करती है (इब्रानियों 6:10) l अब यह खुशी और उत्साह का सृजक है l