वर्षों से मेरे बेटे, ज़ेवियर, के हाथ से बनायी गयी क्रिसमस की सजावट और दादी द्वारा उसे भेजे गए वार्षिक बेमेल खिलौने और सस्ती भड़कीली वस्तुओं को देखते हुए मैं समझ नहीं पा रही थी कि मैं क्यों अपनी सजावट से संतुष्ट नहीं थी l मैंने हमेशा प्रत्येक सजावट की रचनात्मकता और स्मृति को बहुमूल्य मानी थी जिसका हर एक सजावट प्रतिक था l तो,  क्यों खुदरा दुकानों की छुट्टी का प्रदर्शन/डिस्प्ले पूरी तरह से मेल खाने वाले बल्बों,  झिलमिलाती सजावटें और साटन रिबन के साथ सजी एक पेड़ को पाने की इच्छा मुझमें उत्पन्न कर रहा था?

जब मैं खुद को अपनी सादगीपूर्ण सजावट से दूर करना शुरू किया,  मैंने एक लाल,  दिल के आकार की सजावट को एक सरल वाक्यांश के साथ चित्रित देखा, जिस पर लिखा था – यीशु,  मेरा उद्धारकर्ता । मैं यह कैसे भूल सकती थी कि मेरा परिवार और मसीह में मेरी आशाएं ही  क्रिसमस मनाने के कारण हैं?  हमारा साधारण ट्री स्टोर के सामने सजे पेड़ों के समान नहीं था,  लेकिन हर सजावट के पीछे के प्यार ने इसे सुंदर बना दिया ।

हमारे साधारण ट्री की तरह,  उद्धारकर्ता/Messiah संसार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा था (यशायाह 53:2) । यीशु “जाना [गया] और त्यागा [गया]” (पद.3) l फिर भी,  प्यार के एक अद्भुत प्रदर्शन में,  वह “हमारे अपराधों के कारण घायल किया गया” (पद.5) l हम शांति का आनंद ले सकें इसी कारण उस पर ताड़ना पड़ी (पद.5) l इससे अधिक खूबसूरत कुछ भी नहीं है ।

हमारी अपूर्ण सजावट और हमारे आदर्श उद्धारकर्ता के लिए नयी कृतज्ञता के साथ,  मैंने तड़क-भड़क की लालसा बंद कर दी और परमेश्वर की महिमामय प्रेम के लिए उसकी प्रशंसा की । जगमगाती सजावट कभी भी उसके बलिदानी उपहार – यीशु – की सुंदरता से मेल नहीं खा सकते थे l