हर क्रिसमस पर हम अपने घर को संसार में उपलब्ध यीशु के जन्म के दृश्यों/nativity scenes से सजाते हैं । हमारे पास एक जर्मन नैटिविटी पिरामिड है,  बेथलहम के जैतून की लकड़ी से बनाया गया चरनी का एक दृश्य,  और एक चमकीले रंग का मैक्सिकन लोक संस्करण । हमारा परिवार का पसंदीदा अफ्रीका से एक सनकी/लहरी प्रविष्टि है । अधिक पारंपरिक भेड़ और ऊंटों के बजाय,  एक हिप्पोपोटेमस बालक यीशु को टकटकी लगाए देख रहा है l

यीशु के जन्म के इन दृश्यों में अद्वितीय सांस्कृतिक दृष्टिकोण को जीवित करना मेरे दिल को गरम कर देता है जब मैं प्रत्येक सुंदर अनुस्मारक पर विचार करती हूँ कि यीशु का जन्म सिर्फ एक राष्ट्र या संस्कृति के लिए नहीं था । यह पूरे संसार के लिए एक अच्छी खबर है,  हर देश के लोग और नस्ल के आनन्दित होने का कारण है ।

हमारे प्रत्येक नैटिविटी दृश्यों में दर्शाए गए छोटे बच्चे ने पूरी दुनिया के लिए ईश्वर के हृदय के इस सत्य को प्रकट किया । जैसा कि यूहन्ना ने निकोदेमुस नाम के एक जिज्ञासु फरीसी के साथ मसीह की बातचीत के संबंध में लिखा था, “क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विशवस करे वह नष्ट न हो, परन्तु अनंत जीवन पाए” (यूहन्ना 3:16) ।

यीशु का उपहार सभी के लिए अच्छी खबर है । इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप धरती पर किस स्थान को अपना घर मानते हैं,  यीशु का जन्म आपके लिए प्रेम और शांति की ईश्वर की पेशकश है । और सभी जो मसीह में नया जीवन पाते हैं,  “हर एक कुल और भाषा और लोग और जाति में से” एक दिन परमेश्वर की महिमा का उत्सव हमेशा और हमेशा के लिए मनाएंगे (प्रकाशितवाक्य 5:9) ।