जब रोहन और रीमा सड़क पर पांच मिल दूर चले गये उनकी बिल्ली बघीरा ने भागकर अपनी नाराजगी व्यक्त की । एक दिन रीमा ने सोशल मिडिया पर अपने पुराने घर की वर्तमान तस्वीर देखी । उस तस्वीर में बघीरा थी!
ख़ुशी से, दंपति उसे वापस लाने गये । बघीरा फिर से भाग गयी l अनुमान लगाइए कि वह कहाँ गयी? इस बार, वह परिवार जिन्होंने उनका घर खरीदा था वे बघीरा को रखने के लिए सहमत हो गए l दंपति अपरिहार्य को रोक नहीं पाए । बघीरा हमेशा “घर” ही लौटती थी l
नहेम्याह राजा के दरबार शूशन में प्रतिष्ठित स्थान पर कार्य करता था, किन्तु उसका हृदय कहीं और था । उसने अभी-अभी “वह नगर जिसमें मेरे पुरखाओं की कब्रें हैं’ की दुखद स्थिति की खबर सुना था” (नहेम्याह 2:3) l और इसलिए उसने प्रार्थना की “उस वचन की सुधि ले, जो तू ने अपने दास मूसा से कहा था, . . . ‘यदि तुम मेरी ओर फिरो, और मेरी आज्ञाएं मानो, और उन पर चलो, तो चाहे तुम में से निकाले हुए लोग आकाश की छोर में भी हों, तौभी मैं उन को वहां से इकट्ठा कर के उस स्थान में पहुँचाऊँगा, जिसे मैं ने अपने नाम के निवास के लिये चुन लिया है’ ”(1:8-9) l
वे कहते हैं, जहाँ हृदय है वहाँ घर है । नहेम्याह के विषय में घर के लिए ललायित होना उस भूमि से बंधे होने से अधिक था । यह परमेश्वर के साथ संवाद था जिसके लिए वह लालायित था l यरुशलेम वह स्थान था जिसे मैंने “अपने नाम के निवास के लिये चुन लिया है l”
वह असंतोष जो हम गहराई से महसूस करते हैं वास्तव में परमेश्वर के लिए लालायित होना है l हम उसके साथ घर में रहने के लिए तड़प रहे हैं ।
घर के बारे में आपका क्या विचार है और क्यों? किस तरह से आप अपने आप को परमेश्वर के लिए ललायित महसूस कर रहे है?
हे पिता, मुझे समझने में मदद करें कि केवल आप ही मेरी लालसा पूरी कर सकते हैं । मुझे आपके साथ घर में रहने में मदद करें, चाहे मैं जहाँ भी हूँ l