एलेक्सा, सिरी और अन्य आवाज़ सहायक हमारे घरों में स्मार्ट उपकरणों में अन्तःस्थापित हैं, जिनको कभी-कभी ग़लतफ़हमी हो जाती है कि हम क्या कह रहे हैं l एक छह साल की लड़की ने अपने परिवार के नए उपकरण से बिस्कुट और गुड़ियाघर के बारे में बात की l बाद में उसकी माँ ने एक ई-मेल प्राप्त किया जिसमें कहा गया था कि सात पौंड बिस्कुट और 170 डॉलर का गुड़िया घर का एक ऑर्डर उसके घर पर पहुँच रहा था l लन्दन में एक बोलने वाले तोता ने, जिसके मालिक ने कुछ भी ऑनलाइन कभी नहीं ख़रीदा था, किसी तरह गोल्डन उपहार डिब्बों का एक पैकेज उनको बताए बगैर ऑर्डर कर दिया l एक व्यक्ति ने अपने उपकरण से “लिविंग रूम की बत्ती जलाने को कहा,” और उसने उत्तर दिया, “कोई भी पुडिंग रूम नहीं है l”

जब हम परमेश्वर से बात करते हैं तो परमेश्वर की ओर से ऐसी ग़लतफ़हमी नहीं होती है l वह कभी भी भ्रांत नहीं है, क्योंकि वह हमारे हृदयों को हमसे बेहतर जानता है l आत्मा हमारे हृदयों को टटोलता है और परमेश्वर की इच्छा को समझता भी है l प्रेरित पौलुस ने रोम की कलीसिया से कहा कि परमेश्वर हमें परिपक्व करने और हमें अपने पुत्र के समान बनाने के अपने भले उद्देश्य को पूरा करेगा (रोमियों 8:28) l यहाँ तक कि “हमारी दुर्बलता” के कारण हम नहीं जानते कि हमारी उन्नति के लिए हमें क्या चाहिए, आत्मा हमारे लिए परमेश्वर की इच्छा के अनुसार प्रार्थना करता है (पद.26-27) l 

परमेश्वर के सामने खुद को कैसे अभिव्यक्त करें के विषय समस्या है? समझ नहीं है कि क्या या कैसे प्रार्थना करें? अपने हृदय से जो आप बोल सकते हैं वह बोलें l आत्मा समझकर परमेश्वर का उद्देश्य पूरा करेगा l