एक तीसरी पीढ़ी का किसान, बाला तब इतना अधिक द्रवित हुआ जब उसने पढ़ा “तुम्हारे लिए जो मेरे नाम का भय मानते हो . . . तुम निकलकर पाले हुए बछड़ों के समान कूदोगे और फाँदोगे”(मलाकी 4:2) कि उसने यीशु के अनंत जीवन के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए प्रार्थना की l जब बाला ने अपने बछड़ों को अपने तंग गौशालों से तीव्र गति से निकलकर उत्साह से उछल-कूद करने को सजीव ढंग से याद किया तो उसने आखिरकार परमेश्वर के वास्तविक स्वतंत्रता के वादे को समझ लिया l
बाला की बेटी ने मुझे यह कहानी बतायी क्योंकि हम मलाकी 4 में काल्पनिक चित्र पर विचार कर रहे थे, जहाँ पर नबी ने जो परमेश्वर का भय मानते हैं, या उसके प्रति विश्वासयोग्य है, और जो केवल खुद पर भरोसा करते हैं के बीच एक भेद करता है (4:1-2) l नबी एक ऐसे समय में इस्राएलियों को परमेश्वर का अनुसरण करने के लिए प्रोत्साहित करता है जब बहुत सारे लोग, जिसमें धार्मिक अगुए भी शामिल थे, परमेश्वर और वफादार रहन-सहन के मानक को भूल गए थे (1:12-14; 3:5-9) l मलाकी ने एक आनेवाले समय के कारण जब परमेश्वर दोनों समूहों के बीच एक अंतिम भेद करेगा के कारण लोगों को विश्वासयोग्यता से जीने का आह्वान किया l इस सन्दर्भ में, मलाकी ने बयान से बाहर आनंद का वर्णन करने के लिए एक उछलते-कूदते हुए बछड़े का एक अनापेक्षित चित्र उपयोग किया जो विश्वासी समूह अनुभव करेगा जब “धर्म का सूर्य उदय होगा, और उसकी किरणों के द्वारा तुम चंगे हो जाओगे” (4:2) l
यीशु इस प्रतिज्ञा का असली पूर्णता है, सुसमाचार को लानेवाला कि सभी लोगों के लिए वास्तविक स्वतंत्रता उपलब्ध है (लूका 4:16-21) l और एक दिन, परमेश्वर के नवीकृत और पुनर्स्थापित सृष्टि में, हम इस स्वतंत्रता का पूर्ण अनुभव करेंगे l वहाँ उछल-कूद करने का आनंद कितना अवर्णनीय होगा!
आपने यीशु में स्वतंत्रता का अनुभव कैसे किया है? कौन से अन्य चित्र आपको आनंद को देखने में मदद करते हैं?
हे यीशु, आनंदित रहने में मेरी मदद कर जब मैं उस स्वतंत्रता को स्मरण करता हूँ जो केवल आप देते हैं l