मेरे दोस्त ने दरवाजा खोलकर एक कमजोर महिला को देखा, जो नियमित रूप से पैसे के लिए खाली प्लास्टिक की बोतलें मांगती थी l यह पैसा उसकी आय का प्राथमिक स्रोत था। मेरे दोस्त को तब एक विचार आया। “क्या आप मुझे दिखा सकती हैं कि आप कहाँ सोती हैं?” उसने पूछा। महिला उसे एक घर के बगल में लगभग दो फीट चौड़ी गंदी संकरी जगह में ले गई। करुणा से प्रेरित होकर, उसने उसके लिए एक “छोटा घर” बनाया──एक साधारण आश्रय जो उसे सुरक्षित रूप से सोने के लिए जगह दी l फिर वह यह विचार लेकर आगे बढ़ा। उन्होंने एक ऑनलाइन अभियान शुरू किया, फिर उन्होंने स्थानीय चर्चों के साथ मिलकर बेघर लोगों के लिए और आश्रय बनाने के लिए भूमि का प्रबंध किया।

पूरी बाइबल में, परमेश्वर के लोगों को ज़रूरतमंदों की देखभाल करने के लिए याद दिलाया गया है। जब परमेश्वर ने मूसा के माध्यम से इस्राएलियों को प्रतिज्ञा किए हुए देश में प्रवेश करने के लिए तैयार करने के लिए कहा, तो उसने उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे “खुले दिल से [गरीबों को] जो कुछ भी उन्हें चाहिए उसे उधार दें” (व्यवस्थाविवरण 15:8)। इस पद में यह भी बताया गया है कि “देश में दरिद्र तो हमेशा पाए जाएंगे” (पद 11)। यह देखने के लिए हमें दूर जाने की जरूरत नहीं है कि यह सच है ।

जैसा कि परमेश्वर ने इस्राएलियों को करुणापूर्वक “अपने दीन-दरिद्र भाइयों को अपना हाथ ढीला करके अवश्य दान” देने को कहा (पद 11), हम भी जरूरतमंदों की मदद करने के तरीके खोज सकते हैं।

सभी को भोजन, आश्रय और पानी चाहिए। भले ही हमारे पास बहुत कुछ न हो, परमेश्वर हमें दूसरों की मदद करने के लिए जो हमारे पास है उसका उपयोग करने के लिए मार्गदर्शन करे। चाहे सैंडविच साझा करना हो या सर्दियों का गर्म कोट, छोटी-छोटी चीजें बहुत बड़ा बदलाव ला सकती हैं!