Month: मार्च 2022

छोटी लोमड़ियाँ

एक पायलट अपनी चाय को कपहोल्डर में फिट नहीं कर सका, इसलिए उसने इसे center console/इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली वाला खंड पर टिका दिया। जब विमान में हलचल हुई, तो पेय नियंत्रण कक्ष पर गिरा, जिससे एक इंजन बंद हो गया। उड़ान को दूसरे मार्ग पर ले जाया गया और सुरक्षित रूप से उतारा गया, लेकिन जब दो महीने बाद एक अलग एयरलाइन के चालक दल के साथ ऐसा हुआ, तो विमान निर्माणकर्ता को एहसास हुआ कि कोई समस्या है। विमान की कीमत 30 करोड़ थी, लेकिन उसके कपधारक बहुत छोटे थे। यह प्रतीत होता है कि छोटी सी चूक ने कुछ कष्टदायक क्षणों को जन्म दिया।

छोटे विवरण सबसे बड़ी योजनाओं को बर्बाद कर सकते हैं, इसलिए श्रेष्ठगीत  में वह व्यक्ति अपने प्रेमी से आग्रह करता है कि उन "छोटे लोमड़ियों को जो दाख की बारियां बर्बाद कर देती हैं उन्हें पकड़ ले"  (2:15) जो उनके प्रेम की बारियां बर्बाद कर सकती हैं। उसने लोमड़ियों को दीवारों पर चढ़ते और अंगूर की तलाश में लताएँ खोदते देखा है । उन्हें पकड़ना मुश्किल है क्योंकि वे दाख की बारी में तीव्र गति से घुसती और फिर रात में वापस भाग जाती थीं । लेकिन उन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

आपके करीबी रिश्तों को क्या खतरा है?  यह ज़रूरी नहीं कि वह बड़ी समस्याए ही हो। यह छोटी लोमड़ियाँ हो सकती हैं, यह यहाँ या वहाँ एक छोटी सी टिप्पणी हो सकती है जो आपके प्यार की जड़ को खोदती है। छोटे-मोटे मुटाव बढ़ जाते हैं, और जो कभी एक खिलखिलाती हुई दोस्ती या जोशीली शादी थी,  उनके खत्म होने का खतरा हो सकता है।

परमेश्वर हमें छोटी लोमड़ियों को पकड़ने में मदद करें! जैसे परमेश्वर हमें जो चाहिए वह प्रदान करता है, हम आवश्यकतानुसार क्षमा मांगें और क्षमा प्रदान भी करें और अपने अंगूर के बागों को विचारशीलता के सामान्य कार्यों की मिट्टी में पोषण दें।

हमारे लिए जगह तैयार करना

हमारा परिवार एक पिल्ला लाने की योजना बना रहा था, इसलिए मेरी ग्यारह वर्ष की बेटी ने महीनों तक खोज की। वह जानती थी कि कुत्ते को क्या खाना चाहिए और उसे एक नए घर में कैसे परिचित कराना है─असंख्य अन्य विवरणों के साथ।

उसने मुझसे कहा, पिल्लों को सबसे अच्छा लगता है अगर उन्हें एक समय में एक कमरे से परिचित किया जाए। इसलिए हमने सावधानी से एक अतिरिक्त कमरा तैयार किया। मुझे यकीन है कि हमारे नए पिल्ले को पालते हुए अन्य और आश्चर्य होंगे, लेकिन मेरी बेटी की खुशी से भरी तैयारी इससे अधिक गहन नहीं हो सकती थी।

जिस तरह से मेरी बेटी ने पिल्ले की आने की उत्सुकता अपनी प्रेम भरी तैयारी करके दिखाई, उसने मुझे मसीह की अपने लोगों के साथ जीवन साझा करने की लालसा और उनके लिए एक घर तैयार करने के उनके वादे की याद दिला दी। अपनी सांसारिक सेवकाई के अंत के निकट, यीशु ने अपने चेलों से उस पर भरोसा करने का आग्रह करते हुए कहा, "तुम परमेश्वर में विश्वास करते हो; मुझ पर भी विश्वास करो" (यूहन्ना 14:1)। फिर उसने वादा किया कि “[उनके] लिए जगह तैयार करेंगे  . . . कि [वे] भी वहीं हों जहां [वह है]” (पद.3)।

चेलों को जल्द ही संकट का सामना करना था। लेकिन यीशु चाहता था कि वे जानें कि वह उन्हें अपने घर लाने के लिए काम पर लगा है।

मैं और कुछ तो नहीं पर अपनी बेटी की सचेत इरादे से भर कर हमारे नए पिल्ले के लिए तैयारियों में आनंद कर सकता था। लेकिन मैं केवल कल्पना कर सकता हूं कि हमारा उद्धारकर्ता अपने प्रत्येक जन के लिए जो उसके साथ अनन्त जीवन बिताएंगे अपनी विस्तृत तैयारी में कितना अधिक प्रसन्न होगा (पद.2)।

धन्यवाद, लेकिन इसकी कोई ज़रूरत नहीं

भारत में स्वलीन (autistic) बच्चों के लिए एक मसीही स्कूल को एक संस्था से बड़ा दान मिला। यह जांचने के बाद कि यह बिना किसी शर्त का है, उन्होंने धन स्वीकार किया। लेकिन बाद में, संस्था ने स्कूल बोर्ड में प्रतिनिधित्व करने का अनुरोध किया। स्कूल संचालक ने पैसा लौटा दिया। उन्होंने स्कूल के मूल्यों के साथ समझौता करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "परमेश्वर के कार्य को परमेश्वर के तरीके से करना ज्यादा महत्वपूर्ण है।"

सहायता अस्वीकार करने के कई कारण हैं, और यह उनमें से एक है। बाइबिल में हम एक और देखते हैं। जब निर्वासित यहूदी यरूशलेम लौटे, तो राजा कुस्रू ने उन्हें मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए अनुमति दी  (एज्रा 3)। जब उनके पड़ोसियों ने कहा, "हमें भी अपने संग बनाने दो; क्योंकि तुम्हारी नाई हम भी तुम्हारे परमेश्वर की खोज में लगे हुए हैं"(4:2), इस्राएल के अगुवों ने मना कर दिया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि उनकी मदद को स्वीकार करने से, मंदिर पुनर्निर्माण कार्य की पवित्रता से समझौता करना होगा और मूर्तिपूजा उनके समुदाय में प्रवेश कर सकती है क्योंकि उनके पड़ोसी भी मूर्तियों को पूजते थे। इस्राएलियों ने सही निर्णय लिया, क्योंकि उनके पड़ोसियों ने इमारत बनने के काम को हतोत्साहित करने के लिए जो कुछ वह कर सकते थे उन्होंने किया।

पवित्र आत्मा और यीशु में बुद्धिमान विश्वासियों की सलाह की मदद से, हम परखने की समझ विकसित कर सकते हैं। हम साहसपूर्वक उन मैत्रीपूर्ण प्रस्तावों को ना कह सकते हैं जिनमें सूक्ष्म आत्मिक खतरा छुपा हो। क्योंकि जब परमेश्वर का काम परमेश्वर के तरीके से किया जाता है तो उसमें उसके प्रावधान की कोई घटी नहीं होती।

किसी सूत्र की जरूरत नहीं

जब मेघना छोटी थी, उसके सुविचारित संडे स्कूल के शिक्षक ने कक्षा को सुसमाचार देने के लिए प्रशिक्षित किया, जिसमें कई सारे वचनों को याद करना और सुसमाचार साझा करने का एक सूत्र शामिल था। उसने और उसकी एक सहेली ने घबराहट के साथ अपने एक दूसरे दोस्त पर इसे करने की कोशिश की, इस डर से कि कहीं वे किसी महत्वपूर्ण वचन या कदम भूल न जाएँ। मेघना को "याद नहीं है कि यदि उस शाम का अंत मन परिवर्तन के साथ हुआ [लेकिन अनुमान है] ऐसा नहीं हुआ।" यह तरीका व्यक्ति से ज्यादा उस सूत्र पर केंद्रित प्रतीत हुआ।

 

अब, वर्षों बाद, मेघना और उनके पति अपने बच्चों में परमेश्वर के प्रति प्रेम और अपने विश्वास को और अधिक आकर्षक तरीके से साझा करते हैं। वे अपने बच्चों को परमेश्वर, बाइबल और यीशु के साथ एक व्यक्तिगत संबंध के बारे में सिखाने के महत्व को समझते हैं, लेकिन वे इसे परमेश्वर और उसके वचन से प्रेम करने के कारण अपने दैनिक जीवन के उदहारण से करते है । वे यह प्रदर्शित करते हैं कि "जगत की ज्योति" (मत्ती 5:14) होने और दयालुता और सत्कारशील शब्दों के माध्यम से दूसरों तक पहुँचने  का क्या अर्थ है । मेघना कहती हैं, "हम दूसरों को जीवन के वचन नहीं दे सकते, अगर वे खुद हमारे अंदर न हो।" जैसे वह और उनके पति अपने जीवन द्वारा दया दिखाना प्रदर्शित करते  हैं, इससे वे अपने बच्चों को "दूसरों को उनके विश्वास में आमंत्रित करने" के लिए तैयार करते हैं।

हमें दूसरों को यीशु तक ले जाने के लिए किसी नुस्खे की आवश्यकता नहीं है - जो बात सबसे ज्यादा मायने रखती है वे यह है कि परमेश्वर के लिए हमारा प्रेम विवश करता और हमारे द्वारा चमकता है। जैसे-जैसे हम उसके प्रेम में जीते और उसके प्रेम को साझा करते हैं, परमेश्वर दूसरों को भी उसे जानने के लिए आकर्षित करता है।

हमें दूसरों को यीशु तक ले जाने के लिए किसी नुस्खे की आवश्यकता नहीं है - जो बात सबसे ज्यादा मायने रखती है वे यह है कि परमेश्वर के लिए हमारा प्रेम विवश करे और हमारे द्वारा चमके। जैसे-जैसे हम उसके प्रेम में जीते और उसके प्रेम को साझा करते हैं, परमेश्वर दूसरों को भी उसे जानने के लिए आकर्षित करता है।